भोरे स्थित एक रसोई गैस एजेंसी के मालिक ने सुरक्षा गार्ड पाने के लिए खुद ही रंगदारी मांगने की साजिश रची थी। रंगदारी का कॉल भी खुद अपने परिचितों से कराया था। इस घटना में दो आरोपित की गिरफ्तारी के बाद इस बात का खुलासा हुआ। एसपी मनोज कुमार तिवारी ने इस बात की पुष्टि करते हुए बताया कि इस तरह की झूठी प्राथमिकी दर्ज कराने वालों से भी पुलिस सख्ती से निपटेगी।
जानकारी के अनुसार, भोरे थाना क्षेत्र के पडरौना गांव स्थित प्रतिभा इंडेन सर्विस के मालिक जदयू नेता कमलेश कुमार सिंह को 20 दिसंबर को अज्ञात नंबर से उनके मोबाइल पर फोन कर दस लाख रुपये की रंगदारी मांगे जाने की भोरे थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई थी। मामला जदयू नेता और एक व्यवसायी का होने के कारण एसपी मनोज कुमार तिवारी ने इसे गंभीरता से लिया और इसका खुलासा करने को लेकर एसआइटी गठित कर दिया। एसआइटी ने जब रंगदारी मांगे जाने वाले नंबर की जांच की तो इस बात का खुलासा हुआ कि उक्त मोबाइल उचकागांव के शहबाज अंसारी के पास है। पुलिस ने कार्रवाई करते हुये शहबाज अंसारी को हिरासत में ले लिया। इस घटना में शहबाज के दोस्त फुलवरिया गांव के नादिर अंसारी को भी हिरासत में लिया गया। दोनों ने पुलिस के सामने चौंकाने वाला खुलासा किया। नादिर ने पुलिस को दिये बयान में बताया है कि जिस नंबर से कमलेश कुमार सिंह को फोन किया गया था, वह नंबर उसे शहबाज ने दिया था। पुलिस ने बताया कि जांच में इस बात का खुलासा हुआ कि कमलेश कुमार सिंह तथा नादिर के पिता अच्छे दोस्त हैं। एसपी मनोज कुमार तिवारी ने बताया कि हिरासत में लिये गये दोनों युवकों का 164 के तहत बयान कराया गया है। दोनों युवकों ने बताया है कि कमलेश सिंह और नादिर के पिता काफी अच्छे दोस्त हैं। कमलेश सिंह के कहने पर ही उन्हें फोन कर रंगदारी की मांग की गई थी।
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