लूटपाट करने के बाद गंडक नदी में फेंक दिए गए युवक का दूसरे दिन भी सुराग नहीं मिल सका। मंगलवार डुमरिया घाट पहुंची एनडीआरएफ की टीम ने गंडक नदी में युवक को घंटों तलाश, लेकिन न तो युवक के बारे में कुछ पता चला सका और ना ही उसका शव मिला। युवक के परिजनों ने भी इस घटना को लेकर थाना में आवेदन नहीं दिया है। परिजन उम्मीद लाए हैं कि शायद युवक जिंदा हो और उसके बारे में कुछ पता चल सके। हालांकि घटना स्थल पर मिले खून के धब्बे तथा युवक की बाइक व हेलमेट किसी अनहोनी के ही संकेत दे रहे हैं। इस बीच एसडीपीओ विनय तिवारी के नेतृत्व में पुलिस की टीम इस घटना को लेकर अपनी जांच पड़ताल तेज कर दी है। पुलिस की टीम को सोमवार की शाम घटनास्थल की जांच करने पहुंची एसएफएल की टीम का रिपोर्ट मिलने का इंतजार है।
सोमवार की सुबह बरौली थाना क्षेत्र के बघेजी गांव निवासी अनीष कुमार पाण्डेय मोतिहारी स्थित अपने ससुराल अपनी बाइक से जा रहे थे। इसी बीच महम्मदपुर थाना क्षेत्र के डुमरिया पुल पर हथियार बंद अपराधियों ने उन्हें रोक लिया और लूटपाट करने लगे। लूटपाट का विरोध करने पर युवक पर हमला कर घायल करने के बाद अपराधियों ने उसे पुल से नीचे गंडक नदी में फेंक दिया। इस की सूचना मिलने पर पुलिस ने एसएफसल की टीम को बुलाया। मौके पर पहुंची एसएफएल की टीम ने घटनास्थल पर पड़े खून के धब्बे का नमूना लिया। घटना स्थल से पुलिस ने युवक की बाइक तथा हेलमेट भी बरामद कर दिया। इस घटना के बाद मंगलवार को डुमरिया घाट पहुंची एनडीआरएफ की टीम ने घंटों गंडक नदी में युवक की तलाश किया। लेकिन न तो युवक को कुछ पता चल सका और ना ही उसका शव बरामद हो सका है। पापा की राह देख रही अंकिता व अर्पिता
लूटपाट के दौरान अपराधियों को शिकार हुए अनीष कुमार पाण्डेय की शादी करीब सात साल पूर्व मोतिहारी निवासी लुसी देवी के साथ हुई थी। शादी के बाद अनीष की दो पुत्री अंकिता व अर्पिता हुई। दोनों बेटियां अपने पापा के घर जाने का इंतजार कर रही हैं। पति को लुटेरों द्वारा गंडक नदी में फेंक देने के बाद से ही लुसी देवी बेसुध हो गईं हैं। अपनी मां को बेसुध देख दोनों बच्चियों के आंखों से आंसू थम नहीं रहे हैं। युवक के परिजनों ने घटना के बाद अनीष की पत्नी लुसी तथा मां बिंदु देवी बेसुध पड़ी हैं। पुत्री पांच वर्षीय अंकिता तथा दो वर्षीय अर्पिता अब भी अपने पापा के आने का इंतजार कर रही हैं। कहीं अपनों का तो शिकार नहीं हुए अनीष
डुमरिया पुल पर लूटपाट के दौरान अनीष को अपराधियों ने नदी में क्यों फेंक दिया, इसको लेकर ग्रामीणों के बीच तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं। ग्रामीणों के बीच चल रही चर्चाओं में यह बात भी सामने आ रही है कि कहीं लूटपाट करने वाले कहीं अनीष के करीबी तो नहीं थे। लूटपाट के दौरान अनीष ने किसी अपराधी को पहचान लिया हो जिसके बाद उसे पुल से नदी में फेंक दिया गया। पुलिस को भी ग्रामीणों के बीच चल रही इन चर्चाओं की जानकारी है। पुलिस इस पहलू की भी गहनता से जांच कर रही है।
टेक्निकल सेल की मदद से पुलिस करेगी घटना का खुलासा:
बबघेजी गांव निवासी अनीष कुमार पाण्डेय को लूटपाट के बाद गंडक नदी में फेंक दिए जाने की मामले की पुलिस गहनता से जांच पड़ताल कर रही है। इस घटना का खुलासा करने के लिए पुलिस टेक्निकल सेट की भी मदद ले रही है। पुलिस का अनुमान है कि इस घटना को अंजाम देने वाले लुटेरे महम्मदपुर के आसपास के रहने वाले हो सकते हैं। जिसको लेकर पुलिस टावर लोकेशन के आधार पर भी जांच पड़ताल कर रही है।