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गोपालगंज: लॉकडाउन के दौरान बंद रहीं शहर की अधिकांश दुकानें

31 मार्च तक लॉकडाउन के आदेश के पहले दिन शहर की अधिकांश दुकानें सुबह से ही बंद रहीं। इस बीच किराना दुकानों से लेकर फल, दूध व सब्जी की दुकानें खुलीं। कुछ स्थानों पर छोटे दुकानदारों ने अन्य दुकानों को भी खोलने का प्रयास किया। जिन्हें बाद भी प्रशासनिक व पुलिस पदाधिकारियों ने बंद करा दिया। इस बीच सड़क पर अनावश्यक रूप से घूम रहे लोगों को भी उनके घर का रास्ता दिखा दिया गया। लॉकडाउन के दौरान लोगों ने मंदिर व सार्वजनिक स्थानों पर जाने से भी परहेज किया।
 
एक दिन पूर्व जनता क‌र्फ्यू के बाद सोमवार की सुबह से ही शहर की अधिकांश दुकानें बंद रहीं। उत्तरप्रदेश की सीमा से लगे इस जिले में सुबह से ही लोग लॉकडाउन को लेकर सतर्क दिख। इस बीच लोगों ने घरों से बाहर निकलने में परहेज किया। इस बीच लोगों ने परिवार के लोगों के साथ ही अपना वक्त बिताया। दिन चढ़ने के बाद कुछ स्थानों पर किराना की दुकानों के अलावा दूध, सब्जी आदि की कुछ दुकानें भी खुल गईं। बावजूद इसके बड़ी दुकानें पूरी तरह से बंद रहीं। किराना दुकानों को खुला देखकर कई स्थानों पर छोटी दुकानें भी खुलने लगी। लेकिन पुलिस ने कुछ ही देर बाद इन दुकानों को भी बंद करा दिया। सोमवार को लॉकडाउन को देखते हुए शहर के अधिकांश लोग घरों से बाहर नहीं निकले। जिला मुख्यालय के अलावा अनुमंडल मुख्यालय व प्रखंड मुख्यालयों में भी लॉकडाउन के दौरान दुकानें बंद रहीं। लोग घरों से बाहर निकलने में परहेज करते दिखे। ऐसे में अधिकांश सड़कों पर वीरानगी ही दिखी। इस बीच पुलिस के पदाधिकारी व जवान सड़क पर गश्त लगाते दिखे। जिले को उत्तरप्रदेश से जोड़ने वाले एनएच 28 पर भी सुबह से कम वाहन चले।
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बंद रहे शहर के सभी कार्यालय:
लॉक डाउन के आदेश के बद शहर के सभी निजी कार्यालय व बड़े व्यवसायिक प्रतिष्ठान बंद रहे। निजी कार्यालयों के बंद रहने के कारण कई बिल्डिग कॉम्पलेक्स वीरान दिखे। इस बीच निजी कार्यालयों में काम करने वाले लोग अपने घरों में ही कैद रहे। जबकि बैंक, एटीएम सेंटर, डाकघर, रसोई गैस एजेंसी आदि खुले रहे। बैंकों के खुले रहने के बावजूद यहां भीड़ अन्य दिनों की अपेक्षा कम ही दिखी। हालांकि कुछ एटीएम सेंटरों पर लोग लाइन में दूरी बनाकर खड़े दिखे।
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गुलजार रहने वाले मौनिया चौक पर दिखी वीरानगी
गोपालगंज : सालों भर गुलजार रहने वाले जिला मुख्यालय के मौनिया चौक पर लॉकडाउन के पहले दिन सोमवार को पूरे दिन वीरानगी दिखी। शहर का हार्ट कहे जाने वाले इस इलाके की सभी दुकानें बंद रहीं। इस दौरान पुलिस के जवान शहर की सड़कों पर गश्त करते दिखे। सुबह से लेकर रात तक इस इलाके में कोई भी जनता क‌र्फ्यू का समर्थन किया। इस बीच मौनिया चौक व आसपास के इलाके में ठेला पर लगने वाली दुकानें भी नहीं खुलीं।
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मंदिर व सार्वजनिक स्थान पर भी नहीं दिखे लोग:
जिला मुख्यालय स्थित काली मंदिर, दुर्गा मंदिर तथा शिव मंदिरों में प्रत्येक दिन तड़के पांच बजे से ही लोगों की भीड़ प्रत्येक दिन दिखती थी। लेकिन सोमवार से 31 मार्च तक लॉकडाउन की खबर आने के बाद लोगों ने मंदिरों में आने से परहेज किया। इसी प्रकार सार्वजनिक स्थानों पर भी लोगों की भीड़ नहीं दिखी। प्रत्येक दिन सुबह टहलने के लिए निकलने वाले लोगों ने भी सोमवार को घर से बाहर निकलने से परहेज किया।
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हाईवे पर कम संख्या में चले वाहन:
हमेशा गुलजार रहने वाले एनएच 28 पर लॉकडाउन के कारण काफी कम संख्या में वाहन चले। हाईवे से होकर बसों का परिचालन पूरी तरह से ठप रहा। इस बीच हाईवे पर इक्के-दुक्के की संख्या में माल वाहक वाहन आते-जाते दिखे। हाईवे पर सोमवार को छोटे चारपहिया वाहनों की संख्या नगण्य ही रही। आम लोगों ने किसी भी कार्य के लिए सोमवार को हाईवे का रुख करने से परहेज किया।