प्यार का परवान चढ़ने के बाद घर से भागे प्रेमी युगल जब घर लौटे तो, पंचों ने दोनों को एक दूसरे का बना दिया. दोनों की शादी पंचों ने मंदिर में रचा दी. दरअसल, स्थानीय प्रखंड के बथुआ बाजार पंचायत के लाढ़पुर गांव निवासी गोरख बांसफोर के पुत्र दीपक बांसफोर को दो वर्ष पूर्व यूपी के कुशीनगर जिला के पटहेरवा थाना क्षेत्र के बलुआ शमशेर साहिब गांव निवासी लक्ष्मी बांसफोर की पुत्री नंदनी कुमारी से प्रेम हो गया था. दीपक और नंदनी प्रेम में इतने पागल हो गये कि दोनों ने साथ जीने और मरने की कसमें खायीं और घर से निकल गये. परिजनों ने दोनों की काफी खोजबीन की. लेकिन कहीं पता नहीं चल सका.
कुछ ही वर्षों बाद दीपक और नंदिनी अपने मन से ही घर वापस लौटे. उनके लौट कर आने के बाद परिजनों के सामने दोनों ने शादी का प्रस्ताव रखा. बाद में मामला पंचायत के सामने गया. पंचों ने दोनों की शादी करा देने का फैसला किया. दोनों के परिजन पंचायत के मुखिया तथा अन्य लोगों के साथ फुलवरिया थाना क्षेत्र के लाढ़पुर दुर्गा मंदिर में पहुंचे. जहां पहले से दीपक के पिता गोरख बांसफोर, सरपंच प्रतिनिधि महावीर प्रसाद और उप सरपंच अरुण लाल श्रीवास्तव के साथ ग्राम कचहरी पहुंचे. जहां दोनों ने शपथ पत्र बना कर एक दूसरे के होने की कसम खायी, पास ही स्थित दुर्गा मंदिर में दोनों एक दूसरे के हो गये.