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गोपालगंज: सूचना दें, प्रशासन कसेगा शराब धंधेबाजों पर नकेल

अब प्रशासन आम लोगों की सूचना के आधार पर शराब के धंधेबाजों पर नकेल कसने की तैयारी में है। आम लोग शराब बिक्री की सूचना आसानी से प्रशासन तक पहुंचा सकें इसके लिए कलेक्ट्रेट परिसर में शिकायत पेटिका लगाई जाएगी। प्रशासन आम लोगों से शराब बिक्री के बारे में मिली सूचना को पूर्ण रूप से गुप्त रखेगा। इस सूचना के आधार पर शराब के धंधेबाजों के खिलाफ प्रशासनिक त्वरित कार्रवाई करेगा। जिले में शराब माफिया के खिलाफ शुरू होने वाली प्रशासन की इस नई पहल से शराब के धंधे पर पूरी तरह से नकेल कसने की उम्मीद बढ़ गई है।
उत्तर प्रदेश का सीमावर्ती इलाका होने के कारण जिले से होकर शराब माफिया पूरे बिहार में शराब की तस्करी करते हैं। आए दिन उत्पाद विभाग तथा पुलिस बाहर से आने वाले ट्रकों से भारी मात्रा में शराब बरामद करती रहती है। इसके साथ ही जिले के विभिन्न इलाकों से भी हर दिन शराब की बरामदगी होती रहती है। जिसे देखते हुए अब जिला प्रशासन ने शराब माफिया पर पूरी तरह से नकेल कसने की कवायद शुरू कर दिया है। शराब के धंधे से जुड़े 104 धंधेबाजों पर सीसीए की कार्रवाई की गई है। इसके साथ ही प्रशासन अब आम लोगों को शराब के धंधे की सूचना देने की लिए नई पहल की है। इसके तहत कलेक्ट्रेट परिसर में एक शिकायत पेटिका लगाई जाएगी। इस शिकायत पेटिका में शिकायत दर्ज कराने के लिए एक समय निर्धारित किया जाएगा। निर्धारित तिथि व निर्धारित समय पर कोई भी व्यक्ति इसके बारे में शिकायत दर्ज करा सकेगा। शिकायत पेटिका को तमाम वरीय अधिकारियों व पुलिस पदाधिकारियों की मौजूदगी में खोला जाएगा और उसी दिन प्रशासनिक स्तर पर शराब के धंधे में शामिल लोगों के विरुद्ध बड़ी कार्रवाई की जाएगी। प्रत्येक पंद्रह दिन पर यह अभियान चलाया जाएगा। इस शिकायत पेटिका में शिकायत दर्ज कराने वाले व्यक्ति को अपना नाम व पता भी दर्ज करने की जरूरत नहीं होगी। उसे सिर्फ सादे कागज पर कम शब्दों में शराब के कारोबार, उसके स्थान तथा धंधेबाज का नाम पता दर्ज करना होगा। इसके आगे की कार्रवाई पुलिस खुद करेगी। इस अभियान में किसी भी आम व्यक्ति का नाम सामने नहीं आएगा और पुलिस इस कारोबार पर पूर्ण रूप से नियंत्रण पाया जा सकेगा।
महिला व पुरुष कोई भी दर्ज करा सकेगा शिकायत:
प्रशासनिक सूत्रों ने बताया कि नए अभियान के तहत शिकायत कोई भी व्यक्ति दर्ज करा सकेगा। चाहे व महिला हो या पुरुष, जनप्रतिनिधि हो या आम नागरिक। अगर शिकायत कर्ता ने अपना नाम पता भी दिया है तो उसका नाम पूर्ण रूप से गुप्त रखा जाएगा। अगर इस कारोबार में किसी कर्मी या किसी अधिकारी की संलिप्तता का भी दावा किया गया है, तो उसकी भी जांच कर दोषी व्यक्ति पर कार्रवाई की जाएगी।
जिलाधिकारी के निर्देश पर तैयार की गई कार्ययोजना:
शराब पर नकेल की यह कार्य योजना जिलाधिकारी के निर्देश पर तैयार की गई है। शिकायत पेटिका लगाने तथा इसकी बकायदा तिथि निर्धारित किए जाने का कार्य जल्द ही किया जाएगा। शिकायत पेटिका खुलने के दिन जिलाधिकारी खुद बैठक में मौजूद रहेंगे। इसके बाद होने वाली प्रशासनिक कार्रवाई में जरूरत पड़ने पर पुलिस के अलावा जिला प्रशासन के अधिकारी भी शामिल होंगे।