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गोपालगंज: चार प्रवासियों का शव आते ही मचा कोहराम

उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में हुए सड़क हादसे में मारे गए जिले के चार प्रवासियों का शव शुक्रवार को उनके गांव लाया गया। प्रवासियों के शव को गांव लाए जाने के बाद फुलवरिया के दुलारपुर, मांझा के शेख टोली तथा बरौली के खजुरिया बथना टोली गांव का माहौल गमगीन हो गया। इन तीनों गांवों में लोगों ने अपने घरों में चूल्हा नहीं जलाया। हादसे में मारे गए प्रवासियों के स्वजनों के चित्कार से ग्रामीणों के आंखें भी नम हो गईं।
 
हरियाणा के यमुनानगर में एक प्लाईवुड कंपनी में काम करने वाले बिहार के कामगार मंगलवार को पैदल की अपने घर के लिए निकले। बुधवार की रात ये प्रवासी कामगार उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर से होकर गुजर रहे थे. तभी उत्तर प्रदेश की रोड़वेज की एक बस ने कामगारों को रौंद दिया। जिससे छह कामगारों की मौत हो गई। जिसमें गोपालगंज के भ. चार कामगार शामिल थे. शुक्रवार को इस हादसे में मारे गए कामगारों का शव को उनके गांव लाया गया. जिससे पूरे गांव का माहौल गमगीन हो गया. हादसे में मारे गए अपने पति हरेश सहनी तथा पुत्र विकास सहनी का शव गांव में लाए जाने के बाद फुलवरिया प्रखंड के दुलारपुर नवका टोला गांव निवासी सीमा देवीसीमा देवी दहाड़ मार कर रोने लगीं। इनके चित्कार से ग्रामीणों की आंखें भ. नम हो गईं। शव गांव लाए जाने के बाद पिता व पुत्र का दाह जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी के बीच दाह संस्कार किया गया. इस मौके पर राजद के जिलाध्यक्ष राजेश सिंह कुशवाहा व मुखिया मंजू देवी के प्रतिनिधि दिनेश कुमार राम भ. मौजूद रहे। वहीं दूसरी तरफ मुजफ्फरनगर सड़क हादसे में मारे गए मांझा के शेख टोली निवासी वासुदेव पटेल तथा बरौली के खजुरिया बथना टोली निवासी हरेश प्रसाद का भ. शव शुक्रवार को उनके गांव लाया गया. शव गांव लाए जाने के बाद दोनों गांव का माहौल गमगीन हो गया.