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गोपालगंज: मौसम हुआ 'दगाबाज', फागुन में कराया पूस का 'एहसास'

हिमालय पर हो रही बर्फबारी का असर उत्तर बिहार में पड़ रहा है. इससे फागुन के महीने में लोगों को पूस की ठंड जैसा एहसास हुआ. महाशिवरात्रि के मौके पर सोमवार की सुबह घने कोहरे ने हाइवे की रफ्तार को रोक दिया. शहर में वाहन हेडलाइट जला कर चले. दिन चढ़ने के साथ ही 10 बजे के बाद धूप खिली.
 शाम होते ही फिर ठंड बढ़ गयी. मौसम वैज्ञानिक डॉ एसएन पांडेय की मानें तो 91 वर्षों के बाद चार मार्च को कोहरा देखा गया है. कश्मीर में बने पश्चिमी विक्षोभ के कारण आ रही हवा अगले तीन दिनों तक सतायेगी. मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले तान दिनों तक ठंड में कोई बदलाव नहीं होने के आसार हैं़
सामान्य से 6.3 डिग्री कम रहा तापमान : गोपालगंज के तापमान में भी भारी गिरावट दर्ज की गयी है. सोमवार को अधिकतम तापमान 21.9 डिग्री से. दर्ज किया गया, जो सामान्य से 6.3 डिग्री कम रहा. वहीं न्यूनतम तापमान सोमवार को 8.6 डिग्री से. रहा, जो  सामान्य से पांच डिग्री से. कम रहा. आर्द्रता 35 से 74 फीसदी के बीच रही. पछिया हवा 22.6 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से चलती रही.
संभल कर रहें, अस्थमा मरीज बढ़ रहे : मौसम का मिजाज बदलने से वायरल संक्रमण लोगों को चपेट में ले रहा है. सर्दी-जुकाम और बुखार के मरीजों की संख्या बढ़ रही है. अस्थमा रोगियों की सांस फूलने लगी है.
मार्च तक बीमारी फैलने का खतरा है. मौसम के इस मिजाज में वायरस सक्रिय हो गये हैं. सदर अस्पताल के उपाधीक्षक पीसी प्रभात ने बताया कि मेडिसिन और बाल रोग विभाग के ओपीडी में 60 फीसदी  मरीज सर्दी-जुकाम और तेज बुखार के पहुंचे. यह बुखार पांच से सात दिनों तक रहता है.