पटना से पहुंची निगरानी की टीम ने बुधवार को भोरे स्थित रेफरल अस्पताल के प्रधान लिपिक को 16 हजार रुपये घूस लेते दबोच लिया। पकड़े गए लिपिक को लेकर निगरानी टीम हथुआ पहुंची, जहां हथुआ डीएसपी के समीप पूछताछ के बाद निगरानी टीम उसे लेकर पटना के लिए रवाना हो गई। पकड़े गए लिपिक पर सेवानिवृत कर्मी को एसीपी का लाभ देने के नाम पर घूस लेने का आरोप है।
जानकारी के अनुसार भोरे रेफरल अस्पताल के एक सेवानिवृत कर्मी मुंशी राम को एसीपी मद में एक लाख 72 हजार रुपया मिलता था। यह राशि सेवानिवृत कर्मी को उपलब्ध कराने के बदले रेफरल अस्पताल में तैनात प्रधान लिपिक नंद किशोर राय 17 हजार रुपए की मांग कर रहे थे। 16 हजार रुपए में मामला तय हो जाने के बाद इस बात की शिकायत मुंशी राम ने निगरानी विभाग को की। सत्यापन में मामला सही पाने के बाद पटना से निगरानी के डीएसपी जमीरुद्दीन के नेतृत्व में पहुंची निगरानी टीम ने घूस देने वाले पैसे पर कैमिकल लगा कर 16 हजार रुपया मुंशी राम को दे दिया। जिसके बाद मुंसी राम ने वही पैसा लिपिक नंद किशोर राय को दे दिया। जिसके बाद रुपया गिनते हुए निगरानी की टीम ने नंदकिशोर राय को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। निगरानी की टीम ने बताया कि पकड़े गए कर्मी की संपत्ति की भी छानबीन की जाएगी।