सिवान जिले के जीरादेई और शामपुर के बीच एक पेट्रोल पंप पर खड़ी पिकअप से एक कंटेनर के टकराने के साथ ही थावे थाना क्षेत्र के लछवार गांव के दो घरों की दुनिया उजड़ गई। इस हादसे में लछवार गांव की एक महिला तथा पिकअप मालिक की मौत तथा 16 लोग के घायल होने से पूरे गांव में मातमी सन्नाटा पसर गया है। शुक्रवार की सुबह इस हादसे की सूचना मिलते ही लछवार गांव के ग्रामीण सन्न रह गए।दो की मौत तथा 16 लोगों के घायल होने से इस गांव के किसी भी घर में चूल्हे नहीं जले। हादसे के बाद शव गांव लाए जाने के बाद पूरे गांव का माहौल गमगीन हो गया। परिजनों के चीत्कार से ग्रामीणों की आंखे नम हो गईं। जिन घरों के सदस्य इस हादसे में घायल हो हुए हैं उनके परिजन उन्हें देखने सिवान के लिए रवाना हो गए।
गुरुवार की रात दस बजे थावे थाना के लछवार गांव से श्रद्धालुओं को लेकर एक पिकअप सिवान जिले के दरौली में लिए निकली थी। पिकअप में सवार लोग कार्तिक पूर्णिमा पर दरौली में स्नान व पूजा अर्चना करने के लिए निकले थे। ग्रामीणों ने बताया कि रास्ते में पिकअप में बैठी किसी महिला को उल्टियां आनी शुरू हो गई । महिला को उल्टी करते देख वाहन मालिक कमलकिशोर सिंह ने जीरादेई और शामपुर के बीच एक पेट्रोल पंप के समीप चालक भुईधर सिंह को पिकअप रोकने को कहा और पिकअप रुकने पर पानी लाने चले गए थे। उनके उतरते ही दो महिलाएं भी पिकअप से उतर गईं। वाहन मालिक और दोनों महिलाएं पानी लेकर वापस पिकअप के पास लौट रही थीं कि तभी सिवान के तरफ से आ रही कंटेनर तीनों को रौंदते हुए पिकअप को पीछे से टक्कर मारते हुए मैरवा की तरफ निकल गई। इस हादसे में लछवार गांव निवासी कमल किशोर सिंह व अनारकली देवी तथा मीरगंज थाना क्षेत्र के जिगना गोपाल खरनही गांव निवासी रिंकी देवी की मौके पर ही मौत हो गई तथा 16 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घायल लछवार गांव निवासी जुगल सिंह, उर्मिला देवी, रेशमा देवी, शांति देवी, सुनयना देवी, विशकांता देवी, अमृता कुमारी, रंभा देवी, संपतिया देवी, लालमति देवी, छोटू कुमार, शिवम कुमार, शैल कुमारी, ऊषा देवी, चंदा देवी, विमला देवी, कलावती देवी तथा रघुवंशी देवी को हादसे के बाद मौके पर पहुंची गश्ती पुलिस ने अस्पताल में भर्ती कराया। अस्पताल पहुंचने के बाद घायलों ने मोबाइल से कॉल कर इस हादसे की जानकारी अपने परिजनों को दिया। हादसे में दो की मौत तथा 16 लोगों के घायल होने की जानकारी मिलते ही लछवार गांव के लोग सन्न रह गए। देखते ही देखते गांव में चीख पुकार मच गई। घायल लोगों के परिजन सिवान के लिए रवाना हो गए। दोपहर बाद शवों को गांव में लाया गया। जिससे पूरे गांव का माहौल गमगीन हो गया। मृतकों के परिजनों के चित्कार से ग्रामीणों की आंखों से भी आंसू छलकने लगे। इस हादसे के बाद इस गांव के घरों में चूल्हे नहीं जले।
तीन माह पूर्व हुई थी अनारकली के पति की मौत:
हादसे में मारी गई अनारकली देवी के पति अमला सिंह की तीन महीने पहले ही मौत हुई थी। अमला सिंह कोलकाता में जुट मिल में काम करते थे। पहले पिता और अब हादसे में मां की मौत से बेटे 22 वर्षीय सतीश सिंह तथा पुत्री 16 वर्षीय पिंकी कुमारी की दुनिया उजड़ गई है। वहीं हादसे में मारे गए कमलाकिशोर सिंह के शव के पास उनकी पत्नी सिंधु देवी विलाप करते बेसुध हो गईं। हादसे में मारे गए कमलाकिशोर सिंह पिकअप चलवाते थे। इनकी दो पुत्री 14 वर्षीय शालू कुमारी , 8 वर्षीय सुहानी तथा पुत्र दस वर्षीय समीर हैं। रिश्तेदार के साथ दरौली के लिए निकली थीं रिंकी देवी
सिवान में हुए हादसे में मारी गईं मीरगंज थाना क्षेत्र के जिगना गोपाल खरनही गांव निवासी अशोक सिंह की पत्नी रिंकी देवी लछवार गांव निवासी अपने एक रिश्तेदार के साथ पिकअप में सवार होकर दरौली जा रही थीं। इनकी तीन बेटियां तथा एक पुत्र है। सबसे बड़ी बेटी 20 वर्षीय प्रियंका कुमारी स्नातक की छात्रा है। मझली बेटी खुशबू कुमारी इस्लामिया एकाडमी मीरगंज तथा सबसे छोटी बेटी वंदना कुमारी शांति निकेतन गोपालगंज में पढ़ती है। इकलौता पुत्र 16 वर्षीय नवीन कुमार लखनऊ में रख कर एनडीए की तैयारी कर रहा है। हादसे में मां की मौत की खबर मिलते ही वह अपने घर के लिए रवाना हो गया है।