Bihar Local News Provider

गोपालगंज: सुसाइड नोट लिख पंखे से लटक कर छात्रा ने दी जान

शहर के आर्य नगर मोहल्ले में अपनी पिता की डांट-फटकार से परेशान एक छात्रा रविवार की देर रात अपने कमरे में सुसाइट नोट लिखने के बाद गले में फंदा लगाकर पंखा से लटक कर आत्महत्या कर ली। सोमवार की सुबह पंखा से लटक रहे छात्रा के शव को देखकर परिजनों ने इसकी सूचना पुलिस को दिया। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने छात्रा के कमरे से एक सुसाइट नोट बरामद किया। हालांकि मृतका के परिजनों ने शव को पोस्टमार्टम करने से इन्कार कर दिया। पुलिस मृतका के परिजनों के बयान पर सनहा दर्ज कर मामले की जांच पड़ताल कर रही है।
बताया जाता है कि शहर के आर्य नगर निवासी भीम राम की पुत्री 16 वर्षीय प्रीति कुमारी दसवीं में पढ़ती थी। रविवार की रात छात्र खाना खाने के बाद अपने कमरे में सोने चली गई। कमरे में जाने के बाद देर रात छात्रा ने एक सुसाइट नोट लिखने के बाद अपने गले में फंदा लगा लिया तथा पंखा से लटक गई। जिससे उसकी मौत हो गई। बताया जाता है कि सोमवार की सुबह प्रीति कुमारी के कमरे से बाहन नहीं निकलने पर छात्रा की मां लालकेसरी देवी कमरे में गईं तो सन्न रह गईं। छात्रा का शव पंखे से लटक रहा था। उनके चीखने पर कमरे में पहुंचे परिजनों ने पंखा से छात्रा का शव उतार कर इस घटना की सूचना पुलिस को दिया। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने छात्रा के कमरे से एक सुसाइट नोट बरामद किया। हालांकि परिजनों ने छात्रा के शव का पोस्टमार्टम कराने से इन्कार कर दिया। इस संबंध में नगर इंस्पेक्टर रवि कुमार ने बताया कि मृतका के पिता ने पूछताछ करने पर बताया कि वे प्रीति कुमारी को किसी न किसी बात को लेकर डांट फटकार लगाते रहते थे। जिससे परेशान छात्रा ने आत्महत्या कर दिया। परिजनों के बयान पर सनहा दर्ज कर मामले की छानबीन की जा रही है।
….पापा हम आपकी अच्छी बेटी नहीं बन सके:
गले में फंदा लगाकर आत्महत्या करने से पूर्व छात्रा प्रीति कुमार ने मार्मिक सुसाइट नोट लिखा था। जिसे पुलिस ने बरामद कर लिया है। सुसाइट नोट में छात्रा प्रीति कुमारी ने लिखा था कि पापा, आप मेरी वजह से बहुत टेंशन में रहते है न, अब नहीं रहेंगे। पापा प्रामिस हम अच्छी बेटी तो नहीं बन सके। कोई बात नहीं। पापा अंजली अच्छी बेटी है। उसे आगे जरूर पढ़ने दीजिएगा। अमन थोड़ा बदमाश है, लेकिन वह भी सुधर जाएगा। समय आने पर, विकास भैया व छोटू भैया परिवार को संभाल लेंगे। पापा हम जानते हैं इज्जत क्या होती है, इसलिए मैं जा रही हूं। आप लोगों से दूर, आपको लगता है कि हम भाग जाएंगे। लेकिन पापा हम वैसा कुछ भी नहीं करेंगे। पापा मां को एक अच्छे डॉक्टर से दिखा दीजिएगा। मां बोलती रहती है कि आप उसकी फ्रिक नहीं करते हैं। पापा आप हमलोगों से बहुत प्यार करते हैं। सॉरी पापा, घर में सब लोगों का ख्याल रखिएगा। मेरा आपका साथ यहीं तक था। पापा बहुत बहस करते हैं हम आपसे, सॉरी पापा। मैं जो कुछ कर रही हूं उसमें किसी का कोई दोष नहीं है। पापा, अपना ख्याल रखिएगा। पापा..। सुसाइट नोट पर ये बातें लिखने के बाद प्रीति ने आत्महत्या कर ली।
इस संबंध में नगर इंस्पेक्टर रवि कुमार ने कहा कि छात्रा का आत्महत्या कर लेना काफी दुखद है। किसी भी छात्र-छात्रा को इस तरह का कदम नहीं उठाना चाहिए। अगर किसी छात्र-छात्रा को कोई समस्या हो तो इसकी सूचना पुलिस को दें। पुलिस जो भी समस्या होगी, उसका समाधान करने के लिए हमेशा तत्पर है।