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स्वास्थ्य समाचार: कालाजार प्रभावित इलाकों में चलेगा अभियान, घर-घर जाकर होगा छिड़काव

कालाजार प्रभावित इलाकों में चलेगा अभियान, घर-घर जाकर होगा छिड़काव
•छिड़काव के दौरान कालाजार मरीजों की खोज करेंगे कर्मी
•सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए होगा छिड़काव का कार्य
•कंटेनमेंट ज़ोन को छोड़कर चलेगा अभियान
• अपर निदेशक सहायक कार्यक्रम पदाधिकारी ने जारी किया निर्देश
 
गोपालगंज। कोरोना वायरस संक्रमण के मद्देनजर कई अन्य संभावित रोगों के प्रसार पर नजर रखी जा रही है। इसी कड़ी में के कालाजार प्रभावित क्षेत्रों में छिड़काव का कार्य प्रारंभ किया जा रहा है। जिले के कालाजार प्रभावित क्षेत्रों में घर घर जाकर छिड़काव का कार्य शुरू किया जाएगा। इसको लेकर अपर निदेशक सह राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी, वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम डॉ एमपी शर्मा ने राज्य के 33 जिला को वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी को पत्र लिखकर निर्देश जारी किया है। बता दें कि कालाजार के खिलाफ प्रथम चक्र (मार्च-मई) 2020 का छिड़काव 20 मार्च से शुरू किया गया था। लेकिन कोविड-19 संक्रमण के कारण इसे स्थगित कर दिया गया था। जारी पत्र में बताया गया है कि जिले के जिन प्रभावित प्रखंडों में कालाजार से अंक रात राजस्व ग्राम आते हैं उन्हीं प्रखंड हो या पंचायत में छिड़काव करना है। कालाजार प्रभावित गांव में कंटेनमेंट जोन को छोड़कर ही छिड़काव करना है। 33 जिलों के 5797 राजस्व ग्रामों में कंटेनमेंट जून को छोड़कर 24 अप्रैल से सिर का अभियान शुरू किया जाएगा।
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छिड़काव के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का रखा जाएगा ख्याल:
जारी पत्र में कहा गया है कि कोविड-19 नियंत्रण हेतु प्रत्येक सिविल सर्जन कार्यालय को उपलब्ध कराई गई सामग्रियों से छिड़काव कर्मियों को फेस मास्क(3 प्लाई) पर एस्क्वायड 12 पीस एवं नन स्टरलाईजड ग्लोव्स प्रति स्क्वायर दो पीस एवं जिलास्तरीय पर पर्येवेक्षी पदाधिकारी को समुचित मात्रा में उपलब्ध कराया जाएगा । साथ ही समय-समय पर साबुन से हाथ धोने तथा ज्यादा मात्रा में पानी का सेवन करने के लिए प्रेरित करेंगे। छिड़काव कर्मी आपस में दूरी बनाकर कार्य करेंगे तथा घरों में छिड़काव करने से पूर्व घर के सभी सदस्यों को घर से बाहर आने का अनुरोध करेंगे । उसके बाद ही सभी कमरों, बरामदा, गौहाल बाथरूम इत्यादि में छिड़काव करेंगे।
कार्यों का प्रखंड व जिलास्तर पर होगा पर्यवेक्षण:
पत्र के माध्यम से निर्देश दिया गया है कि छिड़काव कार्य का पर्यवेक्षण प्रखंड स्तर के पदाधिकारी चिकित्सा पदाधिकारी, स्वास्थ्य परिदर्शक, भीवीडीसी, केटीएस एवं केवीसी केयर इंडिया के द्वारा किया जाएगा। जिला स्तर से छिड़काव का पयर्वेक्षण डीभीबीडीसीओ, भीबीडीसीओ, भीबीडी कंसलटेंट एवं डीपीओ केयर इंडिया के द्वारा किया जाएगा।
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छिड़काव के दौरान संदिग्ध कालाजार मरीजों की खोज करेंगे कर्मी:
पत्र के माध्यम से बताया गया है कि छिड़काव कर्मी छिड़काव के दौरान संदिग्ध कालाजार मरीजों की खोज भी घर-घर करेंगे। इसका प्रतिवेदन भी भीबीडीएस (केटीएस) को उपलब्ध कराएंगे। श्रेष्ठ क्षेत्रीय कार्यकर्ता छिड़काव किए गए घरों के दीवाल पर स्टेंसिल बनाएंगे तथा छिड़काव रजिस्टर में मकान मालिक का हस्ताक्षर लेंगे।
प्रतिदिन कंट्रोल रूम को उपलब्ध कराएंगे रिपोर्ट:
जिलों के द्वारा प्रत्येक दिन छिड़काव किए गए घरों की संख्या, दलों की संख्या, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की संख्या, गांव की संख्या एवं संदिग्ध मरीजों की संख्या पूर्व की भांति राज्य के कंट्रोल रूम को दूरभाष संख्या 06122-370 121 पर उपलब्ध कराना सुनिश्चित करेंगे। छिड़काव कर्मियों को दैनिक मजदूरी का भुगतान प्रत्येक सप्ताह कराना सुनिश्चित किया जाए। जिससे कि उनको आर्थिक कठिनाई नहीं हो। साथ हीं यह भी निर्देश दिया गया है कि छिड़काव अवधि में एनवीबीडीसीपी अंतर्गत सभी पदाधिकारियों एवं कर्मियों को अन्य कार्य से मुक्त रखा जाए।