राशन कार्ड से वंचित ग्रामीणों की ओर से राशन कार्ड बनवाने के लिए जमा किया गया फार्म को दाहा नदी किनारे बरामद होने के बाद ग्रामीण अचानक उग्र हो गए। उग्र ग्रामीणों ने परसौनी खास पंचायत भवन के सामने जमकर प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शन की सूचना के बाद पहुंचे पदाधिकारियों व प्रखंड प्रमुख ने संबंधित व्यक्ति के विरुद्ध कार्रवाई का आश्वासन दिया। इसके बाद ग्रामीणों का गुस्सा शांत हुआ।
जानकारी के अनुसार कोरोना वायरस को लेकर जारी किए गए लॉकडाउन के दौरान सरकार के निर्देश पर राशन कार्ड से वंचित गरीब परिवारों के लोगों को राहत देने के लिए जिविका के माध्यम से राशन कार्ड बनाने के लिए आवेदन कराया गया था। ग्रामीणों ने बैंक पासबुक और आधार कार्ड की छाया प्रति के साथ आवेदन पत्र भरकर जीविका कर्मियों के पास जमा किया। जिसे जीविका कर्मियों ने प्रखंड जिविका कार्यालय में जमा करने के बजाय हरपुर राजघाट पुल से दाहा नदी किनारे फेंक दिया। दाहा नदी किनारे शव जलाने आए ग्रामीणों ने बोरे में फेंके गए आवेदन फार्म देखकर इसकी सूचना परसौनी खास पंचायत के ग्रामीणों को दी।
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इस सूचना के बाद ग्रामीण उग्र हो गए तथा फेंके गए आवेदन फार्म को परसौनी खास पंचायत भवन के सामने रखकर जमकर प्रदर्शन किया। आक्रोशित ग्रामीण दोषी जिविका कर्मियों के विरुद्ध कार्यवाही की मांग कर रहे थे। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे प्रखंड प्रमुख रामाशीष सिंह, जिविका के बीपीएम पवन कुमार सुमन, मुखिया मोहनलाल प्रसाद, पुलिस पदाधिकारी अशोक कुमार सिंह ने दोषी जिविका कर्मियों के विरुद्ध कार्यवाही का आश्वासन देकर आक्रोशित ग्रामीणों को समझा-बुझाकर शांत कराया।