उचकागांव थाना क्षेत्र के धर्मचक गांव में बच्चों के विवाद को लेकर पट्टीदारों ने एक वृद्ध महिला को जमीन पर पटक कर मारने पीटने के बाद धक्का देकर शरीर पर दीवार गिरा दिया। जिससे दबने से महिला की मौत हो गई। इस घटना की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने मृतका के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया। मृतका की बहू ने इस घटना को लेकर अपने एक पट्टीदार तथा उनके पुत्र के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है। पुलिस मामले की जांच पड़ताल कर रही है।
बताया जाता है कि धर्मचक गांव निवासी स्वर्गीय अली राजा मियां की पत्नी 60 वर्षीय रसूलन खातून अपने छोटे बेटे और बहू के साथ घर में सो रही थीं। इसी दौरान घर के बाहर पट्टीदारों के बच्चों से उनके घर के एक बच्चे का लीची खाने को लेकर विवाद हो गया। बच्चों के बीच लड़ाई-झगड़ा की आवाज सुनकर घर से बाहर निकली रसूलन खातून बच्चों के झगड़ा को छुड़ाने लगीं। इसी बीच मौके पर पहुंचे पाट्टीदार गाली गलौज करने लगे। जिसका वृद्ध महिला ने विरोध किया। बताया जाता है कि विरोध करने पर आक्रोशित पट्टीदारों ने वृद्ध महिला का पटक कर मारने पीटने के बाद उनके ऊपर धक्का देकर दीवार को गिरा दिया। जिससे दीवाल से दबने से महिला की मौत हो गई। इस घटना की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने मृतका के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया। बताया जाता है कि वृद्ध महिला अपने पति की मौत के बाद अपनी दो बहू के साथ घर में रहती थीं। इनके दोनों बेटे विदेश में काम करते हैं। इस घटना को लेकर मृतका की बहू चंदा खातून के आवेदन पर उनके पट्टीदार जलालुद्दीन शेख तथा इनके पुत्र जबीबुल शेख के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर पुलिस मामले में छानबीन कर रही है।
शव को कब्जे में लेने में पुलिस को करनी पड़ी जद्दोजहद
धर्मचक गांव में रसूलन खातून की मारपीट के बाद दीवार से दबने से हुई मौत के बाद मौके पर पहुंची पुलिस को शव को कब्जे में लेने के लिए काफी जद्दोजहद करनी पड़ी। बताया जा रहा है कि एक तरफ जहां मृतका की बहू और बेटी पट्टीदारों पर हत्या करने का आरोप लगा रही थीं। वहीं आरोपित पट्टीदार के घर की महिलाएं वृद्ध महिला की हार्ट अटैक से मौत की बात कह रही थीं। ये महिलाएं शव का पोस्टमार्टम कराने के लिए भी देने के लिए तैयार नहीं हो रही थीं। हालांकि बाद में पुलिस ने महिलाओं को समझा बुझा कर शव को कब्जे में लेकर उसे पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया।