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माँझा: ओझा यादव के हत्यारोपितों के घर से शराब बरामद

स्थानीय थाना क्षेत्र के माघी नेमूइया गांव के ओझा यादव के हत्यारों के घर पुलिस ने शराब के कारोबार होने की सूचना पर छापेमारी की. छापेमारी में पुलिस ने दो घरों से दो बोरा व्हिस्की बरामद की. हालांकि छापेमारी से पूर्व आरोपित भागने में सफल रहे. गत सात जुलाई को जमीन विवाद में भाला घोंपकर हत्या करने के बाद गांव में सुरक्षा व्यवस्था के तहत पुलिस कैंप कर रही.
इस बीच कैंप कर रही पुलिस को सूचना मिली कि हत्याकांड के नामजद अभियुक्त गौसिया गांव के अलीराज यादव के पुत्र नन्हे तथा वकील यादव के पुत्र हिपु यादव मंगलवार की रात्रि शराब की खेप लेकर पहुंचे है. सूचना मिलते ही पुलिस ने दोनों अभियुक्तों के घर पर छापेमारी की. पुलिस को देखते ही दोनों अभियुक्त भाग गये. पुलिस की छापेमारी में अभियुक्त के घर के पीछे दो बोरे में शराब मिली.
पुलिस के अनुसार 180 एमएल के रोमियो क्रेजी अरुणाचल प्रदेश के निर्मित 160  बोतल तथा 180 एमएल की ब्लू स्टेज व्हिस्की 45 बोतल बरामद करने के साथ प्राथमिकी दर्ज कर अभियुक्तों के गिरफ्तारी के लिए छापा मारी की जा रही है. थाना प्रभारी मनीष कुमार ने बताया कि हत्याकांड के आरोपितों की तलाश में पुलिस संभावित ठिकानों को खंगालने में जुटी है.
निमुइयां में ओझा यादव हत्याकांड का मुख्य आरोपी गिरफ्तार
गन्ने के खेत में छिपा था आरोपित
थाना क्षेत्र के निमुइयां में रैयती जमीन के आगे गैरमजरूआ जमीन को लेकर हुए हिंसक झड़प में ओझा यादव की हत्या के मुख्य आरोपी मेघा यादव को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया । वह गन्ने के खेत में छिपा हुआ था । पुलिस ने उसे डेढ़ घण्टे की कड़ी मशक्कत के बाद गन्ने के खेत में से गिरफ्तार कर लिया । उसे गिरफ्तार करने के बाद पुलिस ने उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया । उल्लेखनीय है की शुक्रवार को माघी निमुइयां में रैयती जमीन के आगे स्थित गैर मजरूआ जमीन के विवाद को लेकर सरपंच चन्द्रिका यादव व जवाहिर यादव भीड़ गए थे । जिसमें चन्द्रिका यादव पक्ष के ओझा यादव की भाला घोंपकर हत्या कर दी गयी थी । वहीँ दिनेश यादव की हालत भी गम्भीर है उनका ईलाज पीएमसीएच पटना में चल रहा है । इस घटना के बाद निमुइयां में दो पक्षो में भारी तनाव उतपन्न हो गया था । जिसको देखते हुए इंस्पेक्टर रामसेवक यादव , मांझागढ़ सहित यादोपुर थाना , महमदपुर थाना , सिधवलिया थाना , बरौली थाना की पुलिस ने दलबल के साथ पहुंचकर माहौल को नियंत्रित किया था । एसडीओ शैलेश कुमार दास व एएसपी नीरज कुमार ने भी घटनास्थल पर पहुंचकर मामले की मामले की जांच किया था । ओझा यादव की हत्या के बाद परिजनों ने आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए सदर अस्पताल गेट के सामने भी सड़क जाम कर हंगामा किया था । इस घटना में प्रयुक्त ट्रैक्टर को भी पुलिस ने जब्त कर थाने ले आई है । इस मामले में पुलिस आगे कुछ भी बताने से इंकार कर रही है ।
मरते दम तक लड़ते रहे ओझा
निमुइयां में जमीनी विवाद को लेकर हुए हिंसक झड़प के शिकार ओझा यादव काफी बहादुर व्यक्ति थे । वे काफी मृदुभाषी स्वभाव के व्यक्ति थे । उनका कभी किसी के साथ झगड़ा भी नहीं हुआ था । शुक्रवार को हुए विवाद में वे भी वहां खड़े थे तब तक जवाहिर यादव पक्ष के मेधा यादव ने उन्हें भाला घोंप दिया । जिसमें वह घायल हो गए । प्रत्यक्ष दर्शियों ने बताया की ओझा यादव चारो ओर से घिर गए थे । अपने आप को बचाने के लिए वे अपने पेट में भाला लगने के बाद गमछा बांधकर एक लाठी छीनकर वहां से निकलने का प्रयास करने लगे । पेट से खून की धारा बह रही थी । अंततः वे वहां से अपनी बहादुरी के बल पर निकल भी गए । लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी । जब उन्हें ईलाज के लिए सदर अस्पताल गोपालगंज ले जाया गया । डॉक्टरों ने उन्हें गम्भीर हालत को देखकर गोरखपुर रेफर कर दिया । रास्ते में ही उनकी मौत हो गयी । और निमुइयां ने अपने एक बहादुर व्यक्ति को खो दिया । इस घटना की सुचना जब निमुइयां व आसपास के गांव के लोगों को मिली तो सभी अपने आखों से निकल रहे आंसू को रोक नहीं पाये ।समय से नहीं पहुँचती पुलिस तो अन्य की भी होती मौत
निमुइयां की इस विवाद की सुचना मिलते ही थानाध्यक्ष मनीष कुमार ने एएसआई जैन सिंह को दलबल के साथ भेजकर स्वयं भी प्रस्थान कर गए । जब पुलिस वहां पहुंची तो दोनों पक्ष भिड़े हुए थे । जवाहिर यादव पक्ष की ओर से एक दर्जन से अधिक हमलावर लाठी भाला से लैश होकर हमला कर रहे थे । एएसआई जैन सिंह व अन्य पुलिस के जवानों ने अपनी जान की बाजी लगाकर बिच में कूद गए व दोनों पक्षों को रोकने का प्रयास करने लगे । काफी मशक्कत के बाद दोनों पक्ष शांत हुए ।
कहते हैं थानाध्यक्ष
इस मामले में 14 लोगों पर प्राथमिकी दर्ज की गयी है । मुख्य आरोपित को गिरफ्तार कर लिया गया है । अन्य आरोपितों की तलाश में पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है । सभी जल्द गिरफ्तार होंगे ।
मनीष कुमार
थानाध्यक्ष , मांझागढ़