थावे थाने की मिरअलीपुर गांव में गत बुधवार को दहेज को लेकर हुई जुही परवीन की हत्या को लेकर गांववालों का आक्रोश बढ़ता जा रहा है। हथुआ स्थित भोजूखाँ के टोला स्थित जुही के परिजन सदमे में हैं। मृतका के भाई एकराम सिद्दीकी और नाइजीरिया से काम करके लौटे सबीर अहमद अपनी बहन को याद करके रो पड़ते हैं। कहते हैं कि जुही को पहले पीटा गया था, शरीर पर कई जगह गहरे जख्म पाए गए हैं। शरीर के जख्म उत्पीड़न की कहानी को बयान कर रहे थे। जुही की हत्या करने के बाद शव को शौचालय की टंकी में डालने की योजना थी, उसके घर के शौचालय की टंकी का ढक्कन हटा हुआ था। बगल के खेत मे क्रिकेट खेल रहे बच्चों ने जब धुआं देखा तो चिल्लाना शुरू किया जिससे उनकी योजना विफल हो गयी।
भाई शबीर अहमद की मानें तो पुलिस को मैनेज कर घटना को अंजाम दिया गया था। पुलिस को बार बार सूचना देने पर भी पुलिस नहीं पहुंची, एफआईआर के लिए आवेदन तक नहीं ले रहे थे, बाद में एएसपी के आदेश पर एफआईआर के लिए आवेदन लिया गया। पुलिस आत्महत्या की कहानी गढ़ रही है, जुही जब आत्महत्या के लिए आग लगाई तो भागने, छटपटाने या चिल्लाने जैसी कोई हरकत मौके पर नहीं पाई गई है।
जुही को इंसाफ दिलाने सड़क पर उतरेंगे ग्रामीण
हत्या में लिप्त ससुराल के लोगों को सज़ा दिलाने एवम जुही को इंसाफ दिलाने के लिए हथुआ के ग्रामीणों ने अधिवक्ता अब्दुल वहाब के निवास पर बैठक की, जिसमे निर्णय लिया गया कि सोमवार की शाम को गोपालगंज शहर की सड़कों पर कैंडल मार्च निकाल कर इंसाफ माँगा जाएगा। पुलिस की अबतक की कार्यवाही पर लोग सवाल उठा रहे हैं।
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One response to “जूही हत्याकांड: शौचालय की टंकी में थी शव खपाने की योजना”
[…] परवीन की मारपीट कर हत्या कर दी गयी। हत्या के बाद उसके शव को जला दिया गया। जूही के परिजनों का आरोप है की पति […]