कोरेया के युवक दीपू के हत्याकांड को सुलझाने में पुलिस की टीम उलझी हुई है. हत्या के बाद युवक का मोबाइल भी अपराधी साथ लेकर चले गये हैं. पुलिस मोबाइल की तलाश में जुटी है. पुलिस सूत्रों ने बताया कि युवक के मोबाइल में किसी का राज छिपा हो सकता है, जिसे मिटाने के लिए भी हत्या हो सकती है.
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युवकों की आपसी विवाद को लेकर भी जोड़कर इसे देखा जा रहा. घटना को लेकर ग्रामीण कुछ भी नहीं बता पा रहे हैं. पुलिस आठ युवकों को हिरासत में लेकर घटना के पीछे के सच को सामने लाने में जुटी है.
परिजनों से पुलिस पूछताछ अभी नहीं कर सकी है. परिजनों में कोहराम मचा हुआ है. घटना के पहले युवक अपने साथियों के साथ पार्टी में गया था. पार्टी से भी हत्या का तार जुड़ सकता है. पुलिस मोबाइल की सीडीआर निकालने में जुटी है. युवक का शव लेकर पुलिस सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम करने पहुंची थी.
अस्पताल में पांच घंटे तक पोस्टमार्टम कराने के लिए डॉक्टरों का इंतजार करना पड़ा. रिमझिम बारिश में परिजन पोस्टमार्टम का इंतजार कर रहे थे. आक्रोशित परिजनों ने इसकी शिकायत अधिकारियों से की. फिर भी किसी ने नहीं सुना. डॉक्टरों की मनमानी से लोगों में आक्रोश देखा गया. बाद में सिविल सर्जन डॉ नंद किशोर सिंह को जानकारी दी गयी तो उनकी पहल पर डॉ एसके गुप्ता ने पोस्टमार्टम किया.
“जांच-पड़ताल के बाद सच आयेगा सामने : एसपी
पुलिस पूरे प्रकरण की जांच में जुटी है. जांच के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी. कुछ युवकों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. पुलिस हत्या के खुलासे के करीब पहुंच चुकी है.
मनोज कुमार तिवारी, एसपी, गोपालगंज”
एक ही युवती से दो युवकों के संबंध की चर्चा:
कोरेया गांव में दीपू की हत्या को लेकर ग्रामीणों में भी चर्चा शुरू हो गयी है. बुधवार की रात पार्टी में दीपू का संबंध एक युवती से होने की बात सामने आयी. चर्चा है कि जिस युवती से इसका संबंध था, उससे उसके ही किसी दोस्त का भी संबंध था.
युवती का नाम सामने आने के उसकी हत्या कर इसका मोबाइल भी हत्यारों ने उठा लिया. युवती से संबंध का खुलासा नहीं हो, इसके लिए साक्ष्य को मिटाने की कोशिश की गयी है. वैसे पुलिस की कार्रवाई पर सबकी नजर टिकी है.युवक की हत्या के पीछे के सच को खंगालने में पुलिस जुटी हुई है.
चार भाइयों में सबसे छोटा था दीपू:
मृत दीपू चार भाइयों में सबसे छोटा था. उसकी अभी शादी नहीं हुई थी. उसका एक भाई संतोष ट्रक ड्राइवर है, जबकि शेष दोनों भाई सुनील और गुड्डन रोजी-रोटी के सिलसिले में विदेश में रहते हैं. घटना की सूचना मिलते ही संतोष घर के लिए चल दिया है. उसके आने के बाद ही दीपू का अंतिम संस्कार किये जाने की संभावना है.