मीरगंज थाना क्षेत्र के मटिहानी नैन पंचायत की मुखिया नीलम देवी के पति जदयू के जिला महासचिव उपेंद्र सिंह की गोली मार कर हत्या करने के मामले में मुख्य आरोपित इसी पंचायत के पूर्व मुखिया अरुण सिंह ने बुधवार को सीजेएम कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया आत्मसमर्पण करने कोर्ट ने इसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया इसी बीच इस हत्याकांड के दो अन्य आरोपितों के घर की पुलिस ने कुर्की जब्ती की कार्रवाई किया। कुर्की जब्ती की कार्रवाई के साथ ही पुलिस ने इन दोनों आरोपितों को गिरफ्तार करने के लिए छापेमारी अभियान और तेज कर दिया है।
मीरगंज थाना क्षेत्र के मटिहानी माधो गांव निवासी नीलम देवी के पत्नी उपेंद्र सिंह जदयू के जिला महासचिव थे। छह दिन पूर्व उपेंद्र सिंह किसी काम से हथुआ ब्लॉक गए थे। वहां से ये यह बाइक से अपनी पत्नी के लिए दवा लेने के लिए मीरगंज नगर जा रहे थे। तभी बरवा कपरपुरा मोड़ के समीप अपराधियों ने इनकी गोली मार कर हत्या कर दिया। इस हत्याकांड में मृतक के बड़े भाई ने मटिहानी नैन पंचायत के पूर्व मुखिया अरुण सिंह, मटिहानी माधो गांव निवासी रामप्रवेश सिंह के पुत्र करण सिंह तथा विशाल सिंह के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई। प्राथमिकी दर्ज करने के बाद पुलिस की टीम ने आरोपितों को गिरफ्तार करने के लिए छापेमारी अभियान शुरू कर दिया। लेकिन आरोपित पुलिस के हाथ नहीं लगे। इस बीच पुलिस के बढ़ते दवाब को देखते हुए बुधवार को जदयू नेता हत्याकांड के आरोपित पूर्व मुखिया अरुण सिंह ने सीजेएम कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया। आत्मसमर्पण के बाद पुलिस ने इन्हें 14 दिन के न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। इससे पूर्व आत्मसमर्पण करने न्यायालय परिसर पहुंचे अरुण सिंह ने कहा कि उन्हें इस मामले में फंसाया जा रहा है। उनका जदयू नेता हत्याकांड से कोई लेना देना नहीं है। बुधवारा को ही कोर्ट के आदेश पर हथुआ बीडीओ रवि कुमार तथा सीओ धर्मनाथ बैठा के नेतृत्व में मटिहानी माधो गांव पहुंची पुलिस ने इस हत्याकांड के दो अन्य आरोपित विशाल सिंह तथा करण सिंह के घर की कुर्की जब्ती की कार्रवाई की। पुलिस अधीक्षक राशिद जमा ने कहा कि जदयू नेता हत्याकांड में सभी बििंदू पर जांच पड़ताल की जा रही है।