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तेजाब हमला : पीड़िता ने कहा – हार नहीं मानूंगी, आरोपितों को सजा दिलाकर रहूंगी

बैकुंठपुर थाने के उसरी गांव में बुधवार की देर शाम दो सिरफिरे युवकों ने आंगन में खाना बना रही एक सोलह वर्षीया छात्रा को तेजाब फेंक कर जख्मी कर दिया। वह दसवीं में पढ़ती है। पुलिस के अनुसार फब्तियां कसने व छेड़खानी का विरोध करने पर घटना को अंजाम देने की बात सामने आ रही है। जख्मी छात्रा को इलाज के लिए स्थानीय सीएचसी में भर्ती कराया गया। प्राथमिक इलाज के बाद डॉक्टरों ने उसे पीएमसीएच रेफर कर दिया।
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सीरिंज से तेजाब फेंके जाने से छात्रा के पूरे चेहरे पर डार्क स्पॉट बन गया है। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए तेजाब फेंकने वाले दोनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार राजा कुमार और सोनू कुमार के खिलाफ छात्रा की मां ने प्राथमिकी दर्ज करायी है। पुलिस ने दोनों आरोपितों को गुरुवार को न्यायिक हिरासत में भेज दिया।महीनों से गांव के दो लफंगे छेड़खानी कर रहे थे। कभी रास्ते में रोक कर मोबाइल नम्बर मांगते थे तो कभी दुपट्टा खींच लेते थे। डर से किसी को कुछ नहीं बोला। एक महीने से पढ़ाई भी छोड़ दी थी। सोचा कि घर में रहूंगी तो सुरक्षित रहूंगी, लेकिन मुझे क्या पता था कि वे घर में घुसकर तेजाब फेंक देंगे। लेकिन मैं हार नहीं मानूंगी। ऐसे लोगों को सजा दिलाने के लिए लड़ूगी। डॉक्टर बनने की इच्छा : मैं गरीब घर से हूं। पढ़-लिखकर डॉक्टर बनना चाहती हूं। इस घटना ने मुझे लड़ने की हिम्मत दी है। बुधवार की शाम बड़ी दीदी ने मीट खाने की इच्छा जतायी थी। मां मीट खरीदने चली गई। शाम के साढ़े सात बजे थे और मैं आंगन में मसाला पीस रही थी। इस दौरान राजा और सोनू घर में घुसे और सिरिंज में तेजाब भरकर मेरे चेहरे पर डाल दिया। मेरे बाल खुले थे, इस वजह से चेहरे पर अधिक जख्म नहीं हुआ। पूरा तेजाब बाल और गर्दन पर पड़ा। तेजाब पड़ते ही मैं चिल्लाने लगी। चिल्लाने की आवाज सुनते ही दोनों भाग गये। ऐसे लफंगों को सख्त सजा मिलनी चाहिए, ताकि कोई लड़की डर से घर में रहने को मजबूर न हो। (पटना के एक अस्पताल में इलाज करा रही पीड़िता से हुई बातचीत )लफंगों के उत्पात से स्कूल व कोचिंग जाने से कतरातीं हैं छात्राएं : प्रखंड के उसरी गांव में एक छात्रा पर तेजाब फेंके जाने की घटना से परिजन व ग्रामीण आक्रोशित हैं। छात्रा के परिजनों ने बताया कि गांव में लफंगों के उत्पात से बच्चियों का स्कूल व कोचिंग जाना मुश्किल बना हुआ है। गांव से करीब सात किलोमीटर दूर रेवतीथ गांव स्थित हाईस्कूल में बच्चियां पढ़ने जाने से कतराती हैं। रास्ते में लफंगे मोबाइल पर अश्लील गीत बजाते रहते हैं। तेजाब से झुलसी छात्रा का भी केवल रेवतीथ के हाई स्कूल में नामांकन है। वह टयूशन कर सिलेबस की तैयारी कर रही है।