जिले में अभी तक 60 प्रतिशत से अधिक मरीजों से कोरोना से जंग जीत ली है। जंग जीतने के बाद पूर्ण रूप से स्वस्थ होकर अब ये अपने-अपने घर पर ही परिजनों के साथ रह रहे हैं। सभी फिलहाल होम क्वारंटाइन पर हैं। मालूम हो कि जिले के 14 प्रखंडों में अभी तक 119 मरीज पाए गए हैं। जिसमें से 74 कोरोना संक्रमित मरीजों ने जंग जीत ली है । वर्तमान समय में महज 45 एक्टिव केस हैं। इन संक्रमितों को फिलहाल आइसोलेशन सेंटरों पर रखा गया है। वैसे ये गंभीर रूप से बीमार नहीं हैं और कोरोना के लक्षण भी नहीं हैं।
अब प्रवासी रहेंगे सिर्फ होम क्वारंटाइन पर:
दूसरे राज्यों से आनेवाले प्रवासी अब सिर्फ होम क्वारंटाइन पर ही रहेंगे। ऐसे प्रवासियों को प्रशासन द्वारा सरकारी स्तर पर संचालित क्वारंटाइन सेंटरों पर नहीं रखा जाएगा। बताया गया कि सरकार ने आगामी 15 जून से सभी क्वारंटाइन सेंटरों को बंद करने का निर्णय लिया है। जिले में दूसरे राज्यों से बिहार के प्रवासियों को लेकर आनेवाली स्पेशल श्रमिक बसें व ट्रेनें बंद कर दी गयीं हैं। वैसे निजी व सवारी वाहनों से प्रवासी आ रहे हैं। लेकिन, अब जिले के प्रवासी खुद से ही होम क्वारंटाइन पर रहेंगे। सिर्फ इनके बीमार होने के बाद व कोरोना का लक्षण पाए जाने के बाद ही जांच व इलाज की व्यवस्था की जाएगी।