कुचायकोट थाना में जब्त शराब को पिकअप पर लाद कर बाहर सप्लाई करने के मामले में निलंबित किए गए थानेदार रितेश कुमार सिंह व तीन पुलिसकर्मियों समेत छह लोगों पर गाज गिरी है। इस मामले के गहन जांच के बाद कुचायकोट के निलंबित थानाध्यक्ष समेत तीन पुलिस कर्मियों व तीन अन्य लोगों के खिलाफ सदर एसडीपीओ नरेश पासवान के बयान पर कुचायकोट थाने में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। प्राथमिकी दर्ज होने के बाद इस मामले में हिरासत में लिए गए दो पुलिस कर्मियों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। फरार निलंबित थानेदार सहित अन्य आरोपितों को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस ने छापेमारी अभियान तेज कर दिया है। इस मामले की गहन जांच के बाद शराब माफिया व पुलिस गठजोड़ में शामिल कुछ और लोगों पर गाज गिर सकती है। इस नेटवर्क से जुड़े कुछ अन्य लोग पुलिस के रडार पर हैं। पुलिस निलंबित थानाध्यक्ष के करीबी रहे कुछ खास लोगों की की कुंडली भी खंगाल रही है।
बीते रविवार को कुचायकोट थाना में जब्त शराब को एक पिकअप पर लाद कर बाहर सप्लाई करने का वीडियो वायरल हुआ था। वीडियो वायरल होने के बाद डीजीपी गुप्तेश्वर पाण्डेय के निर्देश पर मद्य निषेध विभाग पटना के डीएसपी सुबोध कुमार के नेतृत्व में एक टीम जांच के लिए कुचायकोट थाना भेजी गई। इस टीम ने जिला पुलिस के सहयोग से तीन दिन तक पूरे मामले की जांच पड़ताल कर माल खाने में जब्त शराब का जब्ती रजिस्टर से मिलान किया। इस बीच कुचायकोट थानाध्यक्ष रितेश कुमार को निलंबित कर थाना में तैनात चार पुलिस कर्मियों को हिरासत में ले लिया गया था। जब्त शराब का मिलान करने के बाद शुक्रवार को एसडीपीओ सदर नरेश पासवान के बयान पर कुचायकोट थाने में निलंबित थानाध्यक्ष रितेश कुमार सिंह, पुलिस अवर निरीक्षक अशोक कुमार यादव, थाना के चौकीदार सिसवा गांव निवासी मुन्ना सिंह, कुचायकोट थानाध्यक्ष के निजी वाहन चालक करमैनी गांव निवासी आशीष सिंह, उचकागांव थाना क्षेत्र के हरपुर गांव निवासी सोनू सिंह तथा गोपालगंज निवासी बब्लू सिंह के खिलाफ कुचायकोट थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई। प्राथमिकी दर्ज होने के बाद हिरासत में लिए गए अवर निरीक्षक अशोक कुमार यादव तथा चौकीदार मुन्ना सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया। फरार निलंबित थानेदार सहित अन्य आरोपितों को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस टीम छापेमारी अभियान चला रही है। पहले भी एक अवर निरीक्षक पर हो चुकी है कार्रवाई
कुचायकोट थाना में जब्त शराब की सप्लाई करने के मामले में इस समय कुचायकोट थाना सुर्खियों में है । हालांकि थाने में शराब की गोलमाल किए जाने का यह कोई नया या पहला मामला नहीं है। इसके पूर्व भी कुचायकोट थाने में पदस्थापित पदाधिकारियों और पुलिसकर्मियों पर शराब माफिया से मिले होने और शराब सप्लाई करने का मामला प्रकाश में आ चुका है। पिछले वर्ष कुचायकोट थाने में पदस्थापित अवर निरीक्षक जोगिदर सिंह पर शराब कारोबारियों से मिले होने और जब्त शराब में गोलमाल करने की शिकायत एसपी राशिद जमा को मिली थी । एसपी के निर्देश पर विभाग की टीम ने थाना परिसर में स्थित जोगिदर सिंह के आवास पर छापामारी कर तीन कार्टन शराब बरामद किया था। इस मामले में जोगिदर सिंह को विभाग ने निलंबित कर दिया था। वही दिसंबर के अंतिम सप्ताह में तत्कालीन थानाध्यक्ष अवधेश कुमार के ट्रांसफर के समय भी शराब के स्टॉक में गड़बड़ी की बात सामने आई थी। जिसके बाद मद्य निषेध विभाग और पुलिस की टीम ने गहराई से मामले की जांच पड़ताल की थी। इसके अलावा थाने में पदस्थापित एक मुंशी पर भी शराब बेचने का आरोप लगा था। लेकिन जांच पड़ताल में इस बात की पुष्टि नहीं हो पाई थी।