सोशल मीडिया की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए पुलिस अब साइबर सेनानी समूह बनाएगी। वाट्स एप पर बनाए जाने वाले इस ग्रुप में पुलिस पदाधिकारी से लेकर आम नागरिक को भी शामिल किया जाएगा। इस ग्रुप के गठन के पीछे पूरे जिले में झूठी खबरों पर अफवाह पर नियंत्रण स्थापित करना होगा। तीन स्तर पर बनने वाले इस समूह में सबसे निचले स्तर पर थानाध्यक्ष व पुलिस पदाधिकारी के अलावा आम लोग शामिल होंगे। सोशल मीडिया पर आए दिन झूठी खबरों के आने को देखते हुए इससे बचाव को पुलिस ने यह बड़ा कदम उठाया है। झूठी खबरों के वायरल होने तथा अफवाह पर नियंत्रण पाने के लिए पुलिस ने यह पहल किया है। इसके तहत नगर थानाध्यक्ष रवि कुमार ने पहले ग्रुप का गठन भी कर लिया है। इस ग्रुप में जागरूक व जिम्मेदार नागरिक व पुलिस पदाधिकारी सदस्य बनाए जा रहे हैं। ग्रुप में शामिल पुलिस पदाधिकारी यदि कोई भ्रामक खबर आती है या अफवाह फैलाने की कोशिश की जाती है तो उसका अपने स्तर पर खंडन करेंगे। इस ग्रुप के माध्यम से सोशल मीडिया से जुड़े लोगों से यह भी अपील की जाएगी कि वे भ्रामक व अफवाहों का प्रचार-प्रसार करने का जरिया नहीं बनें। ऐसा कोई भी मैसेज पोस्ट न करें जिससे किसी की भावनाएं आहत होती हैं। पुलिस सूत्रों ने बताया कि इस ग्रुप के गठन के पीछे एक और बड़ा उद्देश्य पुलिस को पब्लिक से सीधे जोड़ने की कवायद भी है।
क्या कहते हैं एसडीपीओ:
साइबर सेनानी ग्रुप से आम लोगों को जोड़ कर सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही अफवाह तथा साइबर क्राइम पर नजर रखी जाएगी। साथ ही लोगों को ऐसी भ्रामक खबरों से बचाव के बारे में भी बताया जाएगा।
विनय तिवारी, सदर एसडीपीओ