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सिधवलिया: प्रशासन की लापरवाही और टेस्टिंग किट की कमी से गयी कोरोना संदिग्ध की जान

सिधवलिया के अधेड़ लाल महम्मद अंसारी की मौत सेप्टिसीमिया से होने की पुष्टि हो गयी है. प्रभात खबर के रिपोर्ट पर प्रशासन ने मुहर लगा दिया. कोरोना की सैंपल जांच के दौरान उसका निगेटिव रिपोर्ट मिला है. डीएम अरशद अजीज ने बताया कि जांच रिपोर्ट में कोरोना निगेटिव आया है. स्पष्ट हो गया कि सेप्टिसीमिया से ही उसकी मौत हुई है. जांच होने के साथ ही मृतक के शव को उसके परिजनों को सौंप दिया गया. उधर, परिवार के खास लोगों ने ही उसके शव को सुपुर्दें खाक कर दिया. परिजनों को इस बात का मलाल है कि उनका उचित इलाज हुआ रहता तो शायद उनकी जान बच जाती.
 
ध्यान रहे कि सिधवलिया थाने के सुपौली गांव के लाल महम्मद अंसारी (50 वर्ष) 26 दिनों पूर्व गुजरात से आये थे. बवासीर से पीड़ित होने के कारण लोकल में ही बवासीर का ऑपरेशन करा लिया. स्थिति बिगड़ने पर उसे गोरखपुर के सावित्री अस्पताल में इलाज कराया जा रहा था. उसे सेप्टिसीमिया होने की बात कही जा रही. रविवार को उसके पेट में दर्द हुआ. उसने महम्मदपुर के एक नर्सिंग होम से एंबुलेंस मंगाकर पटना जाने के लिए निकला.
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उधर, ग्रामीणों ने प्रशासन को सूचना दिया कि क्वारेंटिन से फरार लाल महम्मद अंसारी की तबीयत बिगड़ गयी. इसकी सूचना मिलते ही पुलिस ने एंबुलेस चालक को फोन कर कोरोना के संदिग्ध मरीज कहकर रोकवा लिए.उधर, सिधविलया के चिकित्सा पदाधिकारी डॉ मनौवर आलम व बीडीओ अभ्युदय पहुंचे. उसे पटना जाने से रोकते हुए सरकारी एंबुलेंस से लेकर गोपालगंज एसएसबालिका प्लस टू स्कूल के आइसोलेशन वार्ड में लाकर भर्ती करा दिये. जहां उसकी इलाज के अभाव में रात के दो बजे मौत हो गयी थी. उसका सैंपल कोरोना जांच के लिए भेजा गया था.