कौन बनेगा करोड़पति (केबीसी-11 ) में गोपालगंज के रंजीत कुमार (42 वर्ष) ने 25 लाख रुपये जीत कर राज्य का नाम देशभर में रोशन किया। गुरुवार को प्रसारित शो में अमिताभ बच्चन ने रंजीत कुमार का स्वागत करते हुए कहा कि बिहार से इस बार रंजीत कुमार हॉट सीट पर आ रहे हैं। रंजीत उपलब्धि के बारे में बताते हुए कहा कि वे पेशे से एक बिजली मिस्त्री हैं। बचपन से ही उन्हें पढ़ने का शौक था। इसलिए जब भी मौका मिलता है वे नई-नई किताबें पढ़ कर अपना ज्ञान बढ़ाते हैं। एक बिजली मिस्त्री के रूप में उनकी मासिक सैलरी 5 से 10 हजार रुपये है। रंजीत 18 सालों से केबीसी में भाग लेने का प्रयास कर रहे थे।
बच्चों की पढ़ाई और बेटी की शादी में खर्च करेंगे 25 लाख:
रंजीत कुमार ने बताया कि केबीसी से जीती हुई राशि अपने बच्चों की पढ़ाई से लेकर बेटी की शादी में खर्च करेंगे। इसके बाद कुछ बचे हुए पैसे भविष्य के लिए सुरक्षित रखेंगे।
बता दें कि गुरुवार की रात नौ बजे जिले में तमाम लोगो की आंखें टीवी पर लगी रही। ऐसा इसलिए कि गोपालगंज के एक अति साधारण परिवार के लाल सदी के महानायक अमिताभ बच्चन के सामने हॉट सीट पर रहे। बुधवार को कौन बनेगा करोड़पति कार्यक्रम में जिले के कुचायकोट प्रखंड के खजूरी गांव निवासी रंजीत कुमार ने अमिताभ बच्चन के सामने हॉट सीट संभाली थी। जब तक प्रश्नों का सिलसिला शुरू होता तब तक समय समाप्त हो गया। गुरुवार को एक बार फिर अमिताभ बच्चन रंजीत कुमार से प्रश्नों का सिलसिला शुरू हुआ। रंजीत कुमार एक बड़ी राशि इनाम में जीते और सफलता प्राप्त करें, इसको लेकर जिले के तमाम हाथ दुआ के लिए उठे रहे। लोग यह दुआ कर रहे हैं कि जिले से पहली बार कौन बनेगा करोड़पति कार्यक्रम की हॉट सीट तक पहुंचा यह युवक कमाल कर दिखाएं। जिससे रंजीत कुमार के साथ-साथ इस पूरे जिले का नाम रोशन हो ।
कुचायकोट प्रखंड के खजूरी गांव निवासी रंजीत कुमार स्वर्गीय पंचदेव प्रसाद और ज्ञांती देवी के पुत्र हैं। स्वर्गीय पंचदेव प्रसाद एक सम्मानित शिक्षक थे। पंचदेव प्रसाद अपने इस पुत्र के सफलता को देखने के लिए इस दुनिया मे तो नहीं है। लेकिन बेटे के इस सफलता के लिए उनका आशीर्वाद जरूर इनके साथ होगा। इस सफलता का सहभागी बनने के लिए पूरा जिला बेकरार है। रंजीत कुमार तीन भाइयों में दूसरे नंबर के हैं। इनके सबसे बड़े भाई प्रेमचंद प्रसाद विदेश में रहकर नौकरी करते हैं। जबकि छोटे भाई रंजय कुमार शिक्षा विभाग में कार्यरत है। रंजीत कुमार को जानने वाले बताते हैं कि रंजीत कुमार की पढ़ाई लिखाई गांव से ही शुरू हुई । ग्रेजुएशन कर लेने के बाद उन्होंने हथुआ से इलेक्ट्रिक ट्रेड में आइटीआइ किया । कुछ दिनों तक ये निजी फाइनेंस कंपनियों से जुड़कर काम करते रहे। फिर अचानक जब कंपनियां बंद हो गई तो करीब पांच साल पहले रंजीत कुमार रोजी-रोटी के तलाश में दिल्ली के गुड़गांव चले गए। जहां वह एक इलेक्ट्रिशियन के रूप में एक नेटवर्क कंपनी से जुड़े हैं। रंजीत कुमार ने दैनिक जागरण को बताया की शुरू से ही उन्हें कौन बनेगा करोड़पति कार्यक्रम बेहद रोचक लगता था। इस कार्यक्रम के प्रति उनका खासा आकर्षण था । समय मिलने पर वह यह कार्यक्रम देखना कभी नहीं भूलते थे। जून के महीने में कार्यक्रम देखने के दौरान ही उन्होंने कार्यक्रम में पूछे गए सवालों का जवाब देकर अपना रजिस्ट्रेशन कराया। इसके बाद प्रक्रियाओं के तहत उनका चयन कौन बनेगा करोड़पति की हॉट सीट के लिए हुआ। रंजीत प्रसाद का कहना था कि नौ और दस अगस्त को इस कार्यक्रम की शूटिग हुई। जिसके लिए उनकी पत्नी भी कार्यक्रम में मौजूद थी। स्वभाव से बेहद सरल रंजीत कुमार के का परिवार गांव पर ही रहता है। इनके दो बच्चे मिताली कुमारी उत्क्रमित मध्य विद्यालय खजूरी में ही वर्ग आटठ तथा मुरली कुमार कक्षा चार में पढ़ता है। जैसे ही रंजीत कुमार के कौन बनेगा करोड़पति कार्यक्रम के लिए चयन हुआ पूरे जिले में रंजीत कुमार के सफलता को लेकर लोग दुआ करने लगे। बुधवार की रात नौ बजते ही तमाम लोग टीवी के सामने बैठ गए और रंजीत कुमार के हॉट सीट पर बैठने का इंतजार करने लगे । लेकिन रंजीत कुमार को हॉट सीट पर बैठने का मौका कार्यक्रम के उत्तरार्ध में मिला। अमिताभ बच्चन से उनका सवाल जवाब का सिलसिला जैसे ही शुरू हुआ, कार्यक्रम समाप्त होने की घंटी बज गई। गुरुवार को एक बार फिर रात के नौ बजे बजते ही टीवी पर लोगों की निगाहें जमी रही। नौ बजे अभिताभ बच्चन के सामने हॉट सीट पर बैठे रंजीत कुमार की सफल होने की उम्मीद सभी लगाए रहे।