कपड़ा सूखने गई अपनी बहन को करंट का झटका लगते देख एक युवक अपनी जान पर खेल गया। करंट की चपेट में आई अपनी बहन को बचाने के लिए युवक ने अपनी जान की परवाह छोड़कर उसे पकड़ कर दूर हटा दिया। इस दौरान युवक खुद करंट की चपेट में आ गया। जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। बाद में मौके पर पहुंचे परिजनों ने लकड़ी से बांस से तार को हटाकर अलग किया। इसके बाद करंट से बेहोश पड़ी मृतक की बहन को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। बहन को बचाने के दौरान युवक की मौत से पूरे गांव का माहौल गमगीन गया है। यह वाक्या थावे प्रखंड के रामचंद्रपुर पंचायत के गवंदरी गांव का बताया जाता है। बताया जाता है कि गवंदरी गांव निवासी हदीश बैठा के घर के पास विद्युत पोल लगा है। इस पोल के पास एक चापाकल लगा है। चापाकल के पास से कपड़ा सूखाने के लिए कुछ दूरी तक तार बांधा गया है। बताया जाता है कि शनिवार को हदीश बैठा के पुत्र रियाजुद्दीन बैठा अपने घर के बाहर बैठा था। तभी इसकी बहन ताजबुन नेशा कपड़ा सूखाने के लिए चापाकल के पास लगे तार के पास फैलाने गई। तार में विद्युत पोल के अर्थिंग के तार के कारण करंट प्रवाहित हो गया था। युवती ने जैसी ही तार पर गीला कपड़ा डाला वह करंट की चपेट में आ गई तथा उसे करंट का झटका लगने लगा। बताया जाता है कि अपनी बहन को करंट का झटका लगते देख रियाजुद्दीन दौड़ कर वहां पहुंच गया तथा उसे पकड़ कर दूर हटा दिया। लेकिन इसी दौरान युवक खुद करंट की चपेट में आ गया तथा उसकी मौके पर ही मौत हो गई। इधर करंट की चपेट में आने से उसकी बहन भी बेहोश हो गई। इस बीच इस घटना को लेकर कर मौके पर पहुंचे परिजनों ने लकड़ी से तार हटाकर युवती को अस्पताल पहुंचाया। अपनी बहन को बचाने के दौरान युवक की मौत होने की जानकारी मिलते ही वहां लोगों की भीड़ लग गई। इस घटना से पूरे गांव का माहौल गमगीन हो गया है। वहीं अपने पति की मौत से सुबुकतारा खातून रो-रोकर बेसुध हो जा रहीं थी। मृतक के दो पुत्र और दो पुत्री हैं। इस घटना की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे स्थानीय मुखिया ने मृतक के परिजन को अंतिम संस्कार के लिए तीन हजार रुपया सहायता के रूप में दिया।
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