भोरे थाना क्षेत्र के हाता पड़रौना गांव निवासी पांच वर्षीय आदर्श कुमार को अगवा कर हत्या करने के मामले में पुलिस ने घटना के 48 घंटे के अंदर ही कांड को अंजाम देने वाले आरोपित को नाटकीय अंदाज में गिरफ्तार कर लिया। उसको गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने उससे पूछताछ के बाद जेल भेज दिया। इस कांड में एक ही आरोपित शामिल था। हालांकि पुलिस को दिए बयान में आरोपित ने इस बात का खुलासा नहीं किया है कि घटना के पीछे कारण क्या था।
बीते मंगलवार की शाम हाता पडरौना गांव निवासी धर्मेन्द्र राम की पत्नी किस देवी बच्चे का दवा लाने पास के बाजार गई थीं। उस समय उसका पांच वर्षीय पुत्र आदर्श कुमार घर के पास ही खेल रहा था। कुछ ही देर बाद बच्चा अपनी मां को खोजने लगा। किसी ने उसे बता दिया कि उसकी मां लामीचौर बाजार गई हैं। नादान बच्चा कुछ समझ नहीं पाया और अपनी मां को खोजते हुए एक अन्य बच्चे के साथ गांव से कुछ ही दूर पर स्थित बधवत स्थान के पास चला गया। वहीं पर गांव के एक व्यक्ति ने दोनों बच्चो को टॉफी खाने के लिए पैसे दिए और घर लौट जाने की बात कही। दोनों बच्चे वहां से वापस तो चले, लेकिन आदर्श रास्ते से ही गायब हो गया। अगले दिन 10 अक्टूबर की रात आदर्श का शव सवनहां गांव निवासी इंस्पेक्टर सिंह के गन्ने के खेत से बरामद किया गया। इस घटना को लेकर मृत बच्चे की मां ने सवनहीं गांव निवासी बिहारी बैठा के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई। प्राथमिकी दर्ज करने के बाद पुलिस ने छापेमारी कर आरोपित को उसके घर से गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार आरोपित से पूछताछ करने के बाद पुलिस ने उसे शनिवार को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।