कुचायकोट प्रखंड मुख्यालय से पंचदेवरी होते हुए उत्तर प्रदेश को जोड़ने वाले सेमरा पथ पर अब राहगीर हादसे के शिकार नहीं होंगे। गड्ढे से पटी इस सड़क का अब कायाकल्प किया जाएगा। इसको लेकर पहल शुरू हो गई है। पहले चरण में बरसात में इस सड़क को चलने लायक बनाने के लिए गड्ढे में ईंट के टुकड़े, राबिश तथा मिट्टी भरा जाएगा। बरसात के बाद इस सड़क का जीर्णोद्धार का काम शुरू हो होगा। जिला मुख्यालय से कुचायकोट प्रखंड के पश्चिमी हिस्से, पंचदेवरी प्रखंड, कटेया प्रखंड तथा उत्तर प्रदेश को सेमरा पथ जोड़ता है। इसी सड़क से होकर इस इलाके के लोग मीरगंज होते हुए सिवान को जाते हैं। लेकिन यह मुख्य सड़क पिछले एक साल से बदहाल है। बारिश के बाद यह सड़क तालाब में तब्दील हो गई है। सड़क में उभरे बड़े-बड़े गड्ढों में पानी भर जाने से आए दिन राहगीर हादसे के शिकार हो रहे हैं। सड़क की बदहाल से कुचायकोट बाजार के व्यवसायी भी परेशान हैं। इस बाजार के व्यवसायियों का काम धंधा चौपट हो रहा है। व्यवसायियों का कहना है कि सड़क पर हमेशा जलजमाव होने के कारण लोग बाजार में आने से कतराते हैं। सड़क की इस दशा से चार दर्जन से अधिक गांवों के ग्रामीणों को भी आवागमन को लेकर समस्याएं झेलनी पड़ रही है। लेकिन अब इस सड़क की बदहाली से ग्रामीणों को परेशानी नहीं झेलनी पड़ेगी। इस सड़क का कायाकल्प करने की पहल शुरू हो गई है। पहले चरण में सड़क के गड्ढे में ईंट के टुकड़े, राबिश व मिट्टी डाल कर उसे भर कर चलने लायक बनाया जाएगा। बरसात के बाद इस सड़क का जीर्णोद्धार का काम शुरू हो जाएगा। सड़क का जीर्णोद्धार करने के लिए प्राक्कलन बनाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
सेमरा पथ की बदहाल दशा को सुधारने के लिए ग्रामीणों ने आवेदन दिया था। बरसात को देखते हुए गड्ढे में ईंट के टुकड़े, राबिश व मिट्टी डाल कर सड़क का चलने लायक बनाने का काम दो तीन दिन में शुरू हो जाएगा। बरसात में बाद इस सड़क का जीर्णोद्धार किया जाएगा। वरीय पदाधिकारियों से बात करने के बाद इस सड़क का जीर्णोद्धार करने के लिए प्राक्कलन बनाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
अमरेंद्र कुमार पाण्डेय, विधायक, कुचायकोट विधानसभा