जिले में महज 12 घंटे में अलग-अलग थाना-क्षेत्रों में 4 लोगों की हत्या कर दी गयी. ये सभी वारदात अकेले हथुआ अनुमंडल के प्रमुख थाना-क्षेत्रों के हैं. ये सभी हत्याएं रविवार को की गईं, जिनमें विजयीपुर, कटेया, भोरे और उचकागांव थाना शामिल हैं. ताबड़तोड़ चार हत्याओं के बाद पूरे जिले में सनसनी फैल गयी है.
पहली घटना उचकागांव के खान बैरिया गांव की है, जहां पैसे के विवाद को लेकर विदेश से घर लौटे युवक की चाकू मारकर हत्या कर दी गयी. मृतक का नाम मासूम खान था. इस मामले में पुलिस ने दो आरोपियों लड्डू मियां और गुड्डू मियां को गिरफ्तार कर लिया है.
दूसरी घटना कटेया के परसौनी गांव की है, जहां 50 वर्षीय किसान की हत्या कर उसके शव को गांव के बाहर खेत में फेंक दिया गया. इसकी सूचना कल रविवार को दिन में ग्रामीणों ने कटेया पुलिस को दी. मृतक किसान का नाम रविन्द्र प्रसाद था, जो कटेया के गौरा बाजार में रहते थे. किसान की हत्या की क्या वजह है, अभी तक इसका खुलासा नहीं हो पाया है.
तीसरी घटना, भोरे के भगवानपुर गांव की है. जमीन पर कब्ज़ा करने आए भूमाफियाओं ने महिला को गोली मार दी, जबकि कई राउंड हवाई फायरिंग करने के बाद घर के अन्य सदस्यों को लाठी-डंडों से पीटकर घायल कर दिया गया. इस घटना में पीड़ित परिवार का आरोप है कि उसने भोरे थाना में कुख्यात भूमाफियाओं के खिलाफ लिखित शिकायत की थी. बावजूद इसके कोई कारवाई नहीं की गयी. घटना के बाद परिजनों ने वीडियो भी बनाया, जिसमें कुछ लोग भागते हुए नजर आ रहे हैं. घटना के दौरान चश्मदीद आकाश कुमार राय ने बताया कि बलिराम यादव, मैनेजर यादव, शिव यादव ने गोली चलायी थी, जबकि इस दौरान 20 अन्य लोग हथियार से लैस थे.
चौथी घटना विजयीपुर के पगरा गांव की है, जहां छेड़खानी का विरोध करने पर चार लोगों को चाकू मारकर घायल कर दिया, जिसमें इलाज के दौरान एक व्यक्ति रंजित कुमार की देवरिया में मौत हो गयी. इस मामले में तीन घायलों की हालत गंभीर है, जिन्हें देवरिया अस्पताल में भर्ती कराया गया है.चार लोगों की हत्या की खबर से पूरे जिले में सनसनी फैल गयी है, जबकि हथुआ अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी और सम्बंधित थानाध्यक्ष कुछ भी बताने से इंकार कर रहे हैं.