बिहार बोर्ड की मैट्रिक परीक्षा से पहले शिक्षा विभाग ने परीक्षार्थियों के ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन में फर्जीवाड़ा करने वाले चार हेडमास्टरों पर बड़ी कार्रवाई की है. शुक्रवार को जिला शिक्षा पदाधिकारी राज कुमार शर्मा ने परीक्षा फार्म में किसी और छात्र का नाम भरे जाने के फर्जीवाड़ा में दोषी पाए गए चार हाई स्कूल के हेडमास्टरों को निलंबित कर दिया. इसके पहले जनवरी महीने में प्लस-टू स्कूल के छह प्रभारी हेडमास्टरों को डीडीसी अभिषेक रंजन ने निलंबित किया था.
जिला शिक्षा पदाधिकारी ने बताया कि हथुआ प्रखंड के उत्क्रमित उच्च विद्यालय सिंगहा के प्रभारी हेडमास्टर कमलेश्वर ओझा, पंचदेवरी प्रखंड के राजापुर उत्क्रमित उच्च विद्यालय के प्रभारी हेडमास्टर राघो मिश्र, विजयीपुर प्रखंड के भरपुरवां उत्क्रमित उच्च विद्यालय के प्रभारी हेडमास्टर राजा राम व बैकुंठपुर प्रखंड के उत्क्रमित उच्च विद्यालय खैरा आजम के प्रभारी हेडमास्टर चंद्रेश्वर प्रसाद को तत्काल प्रभाव निलंबित किया गया है.
कार्रवाई के बाद मचा हड़कंप
शिक्षा विभाग की इस कार्रवाई के बाद हड़कंप मचा हुआ है. जिला शिक्षा पदाधिकारी ने बताया कि डीपीओ स्थापना द्वारा 23 दिसंबर को सभी चार प्रभारी हेडमास्टरों से जवाब-तलब किया गया था, जिसका स्पष्टीकरण प्रभारी हेडमास्टरों की ओर से संतोषजनक नहीं दिया गया. ऐसे में कार्रवाई की गई है.
छात्र परीक्षा देंगे या नहीं, बोर्ड लेगा निर्णय
बता दें कि ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन किसी और छात्र के नाम पर कराया गया था. लेकिन फिजिकल फार्म भरने में दूसरे छात्र का नाम भरा गया था. बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की ओर से ये मामला पकड़ा गया था. उसके बाद विभाग एक्शन मोड में है. जिला शिक्षा पदाधिकारी राज कुमार शर्मा ने बताया कि फेक फार्म भरे जाने के मामले में बिहार बोर्ड को निर्णय लेना है कि छात्र परीक्षा देंगे या नहीं देंगे.
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