गोपालगंज से बेतिया को जोड़ने के लिए गंडक नदी पर बनाए गए जादोपुर-मंगलपुर महासेतु का एप्रोच पथ सदर प्रखंड के राजवाही बीन टोली गांव के समीप एक पुल के पास गुरुवार की सुबह गंडक नदी के दबाव से ध्वस्त हो गया। एप्रोच पथ ध्वस्त होने से जादोपुर मंगलपर महासेतु पर आवागमन ठप हो गया है। पुल का एप्रोच पथ ध्वस्त होने की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे अधिकारियों व अभियंताओं की देखरेख में एप्रोच पथ को ठीक कराने का काम शुरू कर दिया गया है।
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सदर प्रखंड के जादोपुर के समीप गंडक नदी पर पांच साल पहले जादोपुर-मंगलपुर महासेतु को निर्माण कार्य पूरा होने के बाद आवागमन शुरू किया गया था। महासेतु बनने से गोपालगंज का बेतिया से सीधा संपर्क हो गया। इसके साथ ही इस महासेतु से दियारा इलाके के लोगों को नदी के उस पार अपने खेत तक जाने में सहूलियत हो गई। इस बीच मानसून सक्रिय होने के साथ ही गंडक नदी का जलस्तर बढ़ने लगा। इस समय गंडक नदी उफान पर है। जलस्तर बढ़ने से जादोपुर-मंगलपुर महासेतु के एप्रोच रोड पर गंडक नदी का दबाव बढ़ने लगा। इसी बीच गुरुवार की सुबह गंडक नदी के पानी के दबाव से राजवाही गांव के समीप बने एक पुल का एप्रोच पथ ध्वस्त हो गया। जिससे जादोपुर मंगलपुर महासेतु पर आवागमन ठप हो गया है। ग्रामीणों से पुल का एप्रोच पथ ध्वस्त होने की सूचना मिलते ही आसपास के कई गांव के ग्रामीण तथा अधिकारियों व अभियांताओं की टीम मौके पर पहुंच गई। अधिकारियों व अभियंताओं की देखरेख में जेसीबी की मदद से एप्रोच पथ को ठीक करने का काम शुरू कर दिया गया है।
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सीएम नीतीश कुमार व तेजस्वी यादव ने किया था उद्घाटन:
जादोपुर- मंगलपुर महासेतु का उद्घाटन वर्ष 2015 में सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तथा तत्कालीन उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने किया था। उद्घाटन के समय तत्कालीन उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने बेतिया से गोपालगंज को जोड़ने वाले इस महासेतु को गोपालगंज के लोगों के लिए बड़ी भेंट बताया था। गुरुवार को जादोपुर-मंगलपुर पुल का अप्रोच रोड ध्वस्त होने के बाद दियारा के लोग सरकार के साथ ही तेजस्वी से भी सवाल पूछ रहे हैं। उनका कहना था कि अगर समय रहते गंडक नदी के एप्रोच पथ पर दबाव की तरफ ध्यान दिया गया होता तो एप्रोच पथ ध्वस्त होने से बच जाता।