थाना क्षेत्र के पीपरचापा गांव के समीप स्थित एक पोखरा के किनारे से सोमवार को एक ढाई वर्षीय मासूम का शव बरामद किया गया। मासूम के चेहरे पर नाखून के निशान को देखकर ग्रामीणों ने घटना की सूचना पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने मामले की जांच पड़ताल शुरु कर दिया।
जानकारी के अनुसार भोरे थाना क्षेत्र के पीपरचापा गांव निवासी वीरेंद्र यादव एवं उसके परिवार के लोग धान का बीज गिराने रविवार को गांव के चंवर में गए हुए थे। कुछ देर के बाद जब वे घर लौटे तो उनका ढाई वर्षीय पुत्र अतुल कुमार घर में नहीं मिला। परेशान होकर परिजन इधर-उधर खोजने लगे। लेकिन उसका कहीं अता पता नहीं चला। धीरे-धीरे गांव में यह बात आग की तरह फैल गयी और सभी लोग अतुल को ढूंढने में लग गये। सोमवार को मासूम का शव गांव के पास स्थित स्याही नदी के एक पोखरा के किनारे पड़ा मिला। जिसका सिर पानी से बाहर था, और धड़ पानी के अंदर। साथ ही मासूम के चेहरे पर कई नाखून का निशान भी था।
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आनन-फानन में परिजन उसे लेकर लामीचौर के एक निजी क्लीनिक में पहुंचे, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। बाद में परिवार के लोगों ने मासूम के शव को दफना दिया गया। सोमवार को परिवार के लोगों को अतुल की हत्या कर शव को फेंके जाने का संदेह हुआ। परिवार के लोगों की सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने मामले की जांच पड़ताल की। इस संबंध में पूछे जाने पर थानाध्यक्ष जंगो राम ने बताया कि दंडाधिकारी की तैनाती नहीं होने के कारण मासूम के शव को पुलिस ने अपने कब्जे में नहीं लिया। दंडाधिकारी के पहुंचने का इंतजार किया जा रहा है।