शर्मिला देवी घर-घर जाकर शौचालय बनाने के लिए लोगों को प्रेरित करने लगीं। उनकी पंचायत के सभी लोग शौचालय का इस्तेमाल करने लगे हैं। तत्कालीन जिलाधिकारी अनिमेष कुमार पराशर ने बसडीला खास पंचायत को खुले में शौच मुक्त घोषित कर दिया था। मुखिया अपने घर के साथ ही पूरे पंचायत के लोगों की सेवा में 24 घंटे लगी रहती हैं।
बसडीला खास पंचायत की मुखिया को सम्मानित करते पीएम ’ जागरण
नमो देव्यै
महा देव्यै
नारी सशक्तीकरण
’>>बिहार की इकलौती मुखिया को गांधी जयंती पर गुजरात में मिला सम्मान
’>>बोलीं-सम्मान मुखिया को नहीं, पूरी बसडीला खास पंचायत को मिला
बसडीला खास पंचायत को सम्मान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सम्मानित होने पर मुखिया शर्मिला देवी काफी खुश हैं। अभी वह गुजरात में ही हैं। दूरभाष पर संपर्क करने पर कहा कि सम्मान केवल मुखिया को नहीं मिला है। बसडीला खास पंचायत के लोगों को मिला है। लोगों के सहयोग से ही पंचायत स्वच्छता का प्रतीक बनी है।
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बसडीला खास पंचायत को सम्मान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सम्मानित होने पर मुखिया शर्मिला देवी काफी खुश हैं। अभी वह गुजरात में ही हैं। दूरभाष पर संपर्क करने पर कहा कि सम्मान केवल मुखिया को नहीं मिला है। बसडीला खास पंचायत के लोगों को मिला है। लोगों के सहयोग से ही पंचायत स्वच्छता का प्रतीक बनी है।