गुटखा व्यवसाय से जुड़े एक शख्स ने गले में फंदा डालकर खुदकुशी (Suicide) कर ली है. घटना बिहार के गोपालगंज के नगर थाना क्षेत्र के राजेंद्र नगर मोहल्ले की है. बताया जा रहा है कि मृतक एक गुटखा कंपनी में रीजनल मैनेजर (Regional manager) के पद पर तैनात थे और वो गोपालगंज (Gopalganj) में गुटखा की बिक्री से संबंधित काम देखते थे. मिली जानकारी के अनुसार, हाल में बिहार सरकार (Bihar Government) द्वारा गुटखा और पान मसाला पर बैन लगाने के बाद से वो डिप्रेशन में थे.
मूल रूप से झारखंड का था मृतक
चालीस साल के पवन कुमार दत्ता मूल रूप से झारखंड के जामताड़ा के रहने वाले थे, लेकिन वो अपने परिवार के साथ कई वर्षों से गोपालगंज के राजेंद्र नगर में रहते थे. जानकारी के मुताबिक, उन्होंने मंगलवार रात खाना खाने के बाद अपनी पत्नी के साथ बातचीत की थी. बताया जाता है कि उस वक्त वो बिल्कुल सामान्य थे.
पार्टनरशिप के तहत चल रहा था कारोबार
बताया जा रहा है कि शिमला गुटखा कंपनी का रीजनल मैनेजर होने के साथ ही उन्होंने गुटखा के कारोबार में कुछ पूंजी भी निवेश कर रखा था. जानकारी के अनुसार वे चार पार्टनर के साथ कारोबार कर रहे थे. लेकिन 30 अगस्त को अचानक गुटखा और पान मसाला बैन के बाद से वे डिप्रेशन में चले गए थे.
सुसाइड से पहले मोबाइल फॉर्मेट किया
हालांकि, रात को सोने से पहले पवन कुमार कुछ देर तक अपने मोबाइल पर काम करते रहे. फिर पत्नी और बच्चों को उसी कमरे में बंद कर दूसरे कमरे में चले गए. बताया जा रहा है कि इसके बाद उन्होंने अपने मोबाइल को फॉर्मेट किया और फिर पत्नी की साड़ी का फंदा बनाकर पंखे से झूल गए.
पंखे से झूल गया रीजनल मैनेजर
बताया जा रहा है कि पंखे से लटकते वक्त थोड़ी आवाज हुई. इसके बाद पत्नी के शोर मचाने पर पड़ोसियों ने घर का दरवाजा खोलकर देखा तो उन्हें छत से लटकता पाया. पवन कुमार की दम घुटने से मौत हो चुकी थी. घटना की सूचना पाकर नगर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और उसने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया.
सुसाइड की वजह तलाश रही पुलिस
पुलिस ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है. साथ ही यह पता लगाने की भी कोशिश की जा रही कि सुसाइड की वजह क्या थी. वहीं, मृतक की पत्नी मणि दत्ता ने कैमरे के सामने कुछ भी बोलने से इनकार किया.