कोरोना के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए पूरे बिहार को 31 मार्च तक लॉकडाउन कर दिया गया है. बाहर से आने वालें लोगों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है. गोपालगंज में मंगलवार से विदेश से आये लोगों को होम आइसोलेशन से निकालकर पंचायत में बनाये गये क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखा जायेगा. क्वॉरेंटाइन सेंटर में नहीं जानेवाले लोगों को पुलिस सख्ती के साथ जबरन घर से लेकर जायेगी. कोरोना वायरस की रोकथाम को लेकर जिला प्रशासन की ओर से यह कदम उठाया जा रहा है.
गोपालगंज के डीएम अरशद अजीज ने इसकी जानकारी दी. डीएम ने कहा कि हर पंचायत में एक-एक सरकारी स्कूल के भवन का चयन कर क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाया गया है, जिसमें विदेश से आये पंचायत के लोगों को रखा जायेगा. स्कूल भवन का चयन बीइओ की ओर से किया गया है और इसकी सूचना बीडीओ को दी जा रही है. बीडीओ द्वारा एमवाइसी व बीएचएम को सूचना देकर क्वॉरेंटाइन सेंटर सभी पंचायतों में बनवाया जा रहा है. जिले में 234 पंचायत हैं, जहां क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाये जा रहे हैं और विदेश से आये 568 लोग यहां रखे जायेंगे.
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हेल्थ विभाग को करनी है मॉनीटरिंग
क्वॉरेंटाइन सेंटर की मॉनीटरिंग हेल्थ विभाग को करनी है. जिला प्रशासन की ओर से क्वॉरेंटाइन सेंटर को पूरी तरह से सेफजोन बनाया जा रहा है. फिलहाल गोपालगंज जिले में चार नगर निकायों में ही क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाये गये हैं, जिनमें हजियापुर व हथुआ अनुमंडल अस्पताल के क्वॉरेंटाइन सेंटर को चालू होने का दावा किया गया है.
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क्वॉरेंटाइन सेंटर में रहनेवाले लोगों को खाना व बिस्तर का इंतजाम परिवार के सदस्यों को करनी होगी. क्वॉरेंटाइन सेंटर में उन सभी लोगों को रखा जायेगा, जो लोग विदेश से या कोरोना वायरस के प्रभावित राज्यों से आये हैं. प्रथम चरण में विदेश से आनेवाले लोगों को ही क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखा जायेगा.
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स्वास्थ्य व खाद्य सामग्री से जुड़ी सेवाएं बहाल रहेंगी
सरकार की ओर से जो निर्देश जारी किये गये हैं उसके मुताबिक लॉकडाउन के दौरान कुछ सेवाएं बंद रहेंगी, लेकिन स्वास्थ्य और खाद्य सामग्री ये जुड़ी सेवाएं, समाचार पत्र आदि खुले रहेंगे. इन्हें लॉकडाउन से छूट रहेगी. आइए जानते हैं, किन सेवाओं पर पाबंदी रहेगी और किन सेवाओं पर छूट रहेगी.