बाढ़ से तबाह ग्रामीणों के लिए अब चोर भी मुसीबत बनते जा रहे हैं। बाढ़ प्रभावित गांव अब चोरों के निशाने पर आ गए हैं। बाढ़ से प्रभावित गांवों के ग्रामीण अपना घर बार छोड़ कर ऊंचे स्थान तथा सड़कों पर शरण लिए हुए हैं। वहीं रात में चोर बाढ़ प्रभावित गांवों में घुस कर घरों का ताला तोड़ कर बाढ़ पीड़ितों की संपत्ति उड़ा रहे हैं। सोमवार की रात भी चोरों ने बैकुंठपुर प्रखंड की बाढ़ प्रभावित हमीदपुर पंचायत को अपना निशाना बनाया। रात में हमीदपुर में घुसे चोरों ने एक एक कर आधा घरों का ताला तोड़ कर घर में रखे गए गहना सहित हजारों की संपत्ति उड़ा लिया। चोर जब घटना को अंजाम देर रहे थे उस समय इस गांव के ग्रामीण बांध पर रात गुजार रहे थे। मंगलवार की सुबह पानी पार कर गांव में पहुंचे कुछ ग्रामीणों ने घरों का ताला टूटा देख इसकी जानकारी अन्य ग्रामीणों को दी।
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हमीदपुर के ग्रामीणों ने बताया कि अगल-बगल के बाढ़ प्रभावित गांवों में दस घरों में चोर घर में घुस कर सामान चुरा ले गए हैं। बाढ़ प्रभावित इलाकों में चोरों की सक्रियता से घर छोड़ कर ऊंचे स्थान पर शरण ले रहे ग्रामीणों की समस्या और बढ़ती जा रही है। चोरों की सक्रियता को देखते हुए ग्रामीण अपने घर में ताला बंद करने की जगह घर के एक दो सदस्यों को पानी के बीच ही घर में रखने देने को मजबूर हो गए हैं। बाढ़ प्रभावित गांवों में फंसे लोगों का रेस्क्यू करने गांवों में पहुंच रही एनडीआरएफ की टीम के सदस्य बताते हैं कि गांवों में बाढ़ का पानी घुसने के बाद अधिकांश लोग घर छोड़कर पलायन कर गए। लेकिन अब बाढ़ प्रभावित गांवों में हर घर में कोई न कोई किसी तरह से रह रहा है। लाख समझाने पर भी लोग यह कह कर बाहर निकले से मना कर दे रहे हैं कि घर छोड़ने पर चोर सामान चुरा ले जाएंगे।