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माँझा के कर्णपुरा पंचायत में मुखिया पद पर बहू को मिली शिकस्त, खबर सुनते ही सास की हुई मौत

बिहार में चल रहे पंचायत चुनाव के दौरान कई तरह की अजीबोगरीब घटनाएं भी देखने को मिल रही है। गोपालगंज जिले से ऐसी ही एक खबर सामने आई है, जहां पंचायत चुनाव में अपने बहू की हार की खबर उसकी सासु मां नहीं बर्दाश्त कर सकीं और उनकी मौत हो गई। मामला मांझा प्रखंड के कर्णपुरा पंचायत का है।

बहू के चुनाव हारने की खबर सुनकर 90 वर्षीय सास की मौत
बताया जा रहा कि कर्णपुरा पंचायत में रहने वाले रमाशंकर प्रसाद की पत्नी 90 वर्षीय कैलाशो देवी की मौत हो गई है। उनकी मौत के बाद पूरे परिवार में मातम है। बताया जाता है कि गोपालगंज जिले के मांझा प्रखंड के कर्णपुरा पंचायत से मुखिया पद के लिए चुनाव का नतीजा शुक्रवार को घोषित हुआ। चुनाव में मुखिया कैंडिडेट माला देवी को 17 वोटों से हार मिली। कर्णपुरा पंचायत से शकीला बेगम 722 वोट पाकर चुनाव जीत गईं।

हार का सदमा नहीं बर्दाश्त कर सकीं कैलाशो देवी
ये खबर जैसे ही प्रत्याशी माला देवी की सास को मिली, उनकी सदमे में मौत हो गई। कैलाशो देवी के मौत की खबर जैसे ही उनके परिवार वालों को मिली, घर में कोहाराम मच गया। परिवार वालों का फिलहाल रो-रोकर बुरा हाल है। परिवार वालों का कहना है कि सास-बहू के बीच मां-बेटी जैसा रिश्ता था, इसलिए हार का सदमा सास बर्दाश्त नहीं कर सकी और उन्होंने दम दोड़ दिया।

चार बार कैलाशो देवी का परिवार रहा मुखिया
ग्रामीणों ने बताया कि कैलाशो देवी का परिवार चार बार से कर्णुपरा पंचायत का मुखिया रहा है। लगातार दो बार कैलाशो देवी के पुत्र अवधेश प्रसाद मुखिया रहे, उसके बाद पंचायत की मुखिया सीट महिला के लिए आरक्षित हो गयी। इसके बाद कैलाशो देवी की बहू माला देवी दो बार मुखिया रहीं। इस बार की पंचायत चुनाव में 17 वोटों से माला देवी को हार का सामना करना पड़ा। मांझा प्रखंड में 24 नवंबर को मतदान हुआ था जबकि मतगणना 26 नवंबर को हुई।

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