शहर के कॉलेज रोड स्थित एक निजी अस्पताल में एक नवजात बच्चे की इलाज के दौरान मंगलवार को मौत हो गई। नवजात बच्चे की मौत के बाद आक्रोशित स्वजनों ने अस्पताल में हंगामा शुरू कर दिया। यह देखते अस्पताल के सभी कर्मी फरार हो गए। कर्मियों के फरार होने के बाद स्वजन नवजात का शव एंबुलेंस पर रख कर नगर थाना पहुंच कर हंगामा करने लगे। स्वजन इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए चिकित्सक व कर्मियों पर प्राथमिक दर्ज करने की मांग कर रहे थे। बाद में पुलिस ने स्वजनों को समझा कर शांत करा दिया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
बताया जाता है कि सीमावर्ती उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिला के तरेया सुजान थाना क्षेत्र के सिसवा गांव निवासी आगम यादव की पत्नी ने एक सप्ताह पूर्व एक बच्चे को जन्म दिया था। नवजात के जन्म के बाद चिकित्सकों ने उसे बेहतर इलाज के लिए एसएनसीयू में रखने की सलाह दी। इसके बाद आगम यादव नवजात बच्चे को लेकर गोपालगंज पहुंचे तथा शहर के कॉलेज रोड स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। इस अस्पताल में तीन दिन तक नवजात बच्चे का इलाज किया गया। इसी बीच मंगलवार की सुबह अस्पताल के कर्मी बच्चे को गोरखपुर लेकर जाने की सलाह देने लगे। लेकिन, जब स्वजनों ने नवजात को उठाया तो देखा कि उसकी मौत हो चुकी है। इससे आक्रोशित स्वजनों ने हंगामा शुरू कर दिया। यह देखकर अस्पताल के कर्मी फरार हो गए। कर्मियों के फरार होने के बाद स्वतजन नवजात का शव एंबुलेंस पर रख कर नगर थाना पहुंच कर हंगामा करने लगे। स्वजन इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए चिकित्सक व कर्मियों पर प्राथमिक दर्ज करने की मांग कर रहे थे। बाद में पुलिस ने स्वजनों को समझा कर शांत करा दिया। स्वजनों का बयान दर्ज कर पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।
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