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कुचायकोट: राजापुर दोहरे हत्याकांड में जेल भेजे गए गुड्डू राय सहित दो आरोपित

गोपालपुर थाना क्षेत्र के राजापुर बाजार में शनिवार को हुए दोहरे हत्याकांड में गिरफ्तार कुख्यात गुड्डू राय सहित दोनों आरोपित को पूछताछ के बाद पुलिस ने रविवार को जेल भेज दिया। एसपी मनोज कुमार तिवारी ने घटना में नामजद अन्य चार आरोपितों की धर पकड़ के लिए विशेष टीम का गठन करते हुए छापेमारी अभियान तेज करने का निर्देश जारी किया है।

बताया जाता है कि गोपालपुर थाना क्षेत्र के राजापुर बाजार स्थित गंडक नहर के किनारे एक चाय की दुकान के पास शनिवार की सुबह अपराधियों ने अंधाधुंध फायरिग कर सपहां गांव निवासी पप्पू पाण्डेय और देवेंद्र पाण्डेय की हत्या कर दी थी। इस घटना में बड़हरा गांव निवासी रंगीला चौहान गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना को लेकर देवेंद्र पाण्डेय के पुत्र रुपेश पाण्डेय के बयान पर गोपालपुर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई। जिसमें गोपालपुर थाना क्षेत्र के तारा नरहवा गांव निवासी राजू राय तथा अखिलेश राय, कटेया थाना क्षेत्र के सेमरिया गांव निवासी और पंचदेवरी के प्रखंड प्रमुख धनंजय राय, हथुआ थाना क्षेत्र के सेमराव गांव निवासी गुड्डू राय व पप्पू राय तथा इसी थाना क्षेत्र के रुपनचक गांव निवासी जयप्रकाश यादव को नामजद अभियुक्त बनाया गया। थानाध्यक्ष कृष्ण कुमार ने बताया कि दर्ज प्राथमिकी के आधार पर पुलिस ने तारा नरहवा गांव निवासी राजू राय व मीरगंज थाना क्षेत्र के सेमराव गांव निवासी कुख्यात गुड्डू राय को गिरफ्तार कर रविवार को जेल भेज दिया। पुलिस इस दोहरे हत्याकांड में नामजद अन्य चार आरोपित की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापामारी कर रही है।

गंडक नदी के तट पर हुआ अंतिम संस्कार:

गोपालपुर थाना क्षेत्र के राजापुर बाजार में हुए दोहरे हत्याकांड के दोनों मृतकों का अंतिम संस्कार रविवार को गंडक नहर के किनारे कर दिया गया। मृतक पप्पू पाण्डेय की अंतिम यात्रा गांव से पहले निकली। देवेंद्र पाण्डेय के बड़े पुत्र के पहुंचने के बाद उनकी अंतिम यात्रा निकाली गई। गांव से एक साथ दो-दो लोगों की मौत की बाद निकाले गए शव यात्रा में पूरा गांव रो पड़ा। गांव के लोगों के अलावा तमाम रिश्तेदार और आसपास के शुभचितक अंतिम संस्कार में शामिल हुए। मृतक पप्पू पाण्डेय को मुखाग्नि उनके बेटे शशांक पाण्डेय ने दिया। देवेंद्र पाण्डेय के बड़े पुत्र मिथिलेश पाण्डेय ने उन्हें मुखाग्नि दी। शव यात्रा से लेकर अंतिम संस्कार तक परिजनों,  आसपास के लोगों रिश्तेदारों और शुभचितकों की भारी भीड़ मौके पर मौजूद रही।