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कुचायकोट के सिरिसियां में पिकअप ने बाइक सवार तीन लोगों को रौंदा, एक की मौत

कुचायकोट थाना क्षेत्र के सिरिसिया गांव के समीप मंगलवार को एनएच 27 पर एक अनियंत्रित पिकअप ने बाइक सवार युवक सहित तीन लोगों को रौंद दिया। इस हादसे में एक युवक की मौत हो गई, जबकि अन्य दो गंभीर रूप से जख्मी हो गए। हादसे की सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंच गई तथा मृतक के शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल में भेज दिया। घटना के बाद सदर अस्पताल में पहुंचे स्वजनों का रो-रो कर बुरा हाल हो गया।

बताया जाता है कि कुचायकोट थाना क्षेत्र के मौजे सिरिसिया गांव निवासी चनेश्वर सिंह अपनी भाभी आशा देवी व भतीजी स्वीटी कुमारी को एक बाइक पर बैठाकर बेलवा गांव स्थित मंदिर में शिवरात्रि के मौके पर पूजा अर्चना कराने के लिए लेकर जा रहे थे। इस दौरान अभी गांव से बाहर निकल कर जैसे ही वे एनएच 27 पर पहुंचे, एक अनियंत्रित पिकअप ने बाइक सवार तीनों को रौंद दिया। इस हादसे के बाद पिकअप चालक अपनी पिकअप लेकर भागने लगा। जिसके बाद पुलिस की मदद से बलथरी चेक पोस्ट पर पिकअप को जब्त करने के साथ ही चालक दिल्ली निवासी अभिषेक कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया। हादसे की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने तीनों को इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया। जहां चिकित्सकों ने चनेश्वर सिंह को मृत घोषित कर दिया। चिकित्सकों ने प्रारंभिक इलाज के बाद जख्मी आशा देवी व स्वीटी कुमारी को बेहतर इलाज के लिए गोरखपुर रेफर कर दिया। घटना के बाद पुलिस शव का पोस्टमार्टम कराने में जुट गई। हादसे की सूचना मिलने के बाद मृतक के स्वजनों के सदर अस्पताल में पहुंचने के बाद चित्कार मच गई।

भाभी को पूजा अर्चना कराने के लिए घर से निकले थे चनेश्वर:

कुचायकोट थाना क्षेत्र के मौजे सिरिसिया गांव निवासी चनेश्वर सिंह अपनी भाभी आशा देवी को शिवरात्रि के मौके पर बेलवा गांव स्थित शिव मंदिर में पूजा अर्चना कराने के लिए घर से निकल रहे थे। इस दौरान उनकी भतीजी स्वीटी कुमारी ने जिद कर बाइक पर सवार हो गई। इसके साथ ही गांव से बाहर निकलने के बाद एक पिकअप ने उन्हें रौंद दिया। इस हादसे में उनकी मौत हो गई। घटना के बाद स्वजनों का रो-रो कर बुरा हाल है।

एंबुलेंस नहीं मिलने पर मिनी पिकअप के सहारे घायलों को पहुंचाया गया अस्पताल:

थाना क्षेत्र के सिरिसिया गांव के समीप हुए सड़क हादसे में तीन लोगों के घायल होने के बाद करीब बीस मिनट का समय बीत जाने के बाद भी कुचायकोट पीएचसी के द्वारा एंबुलेंस मुहैया नहीं कराया गया। जिसके कारण घायलों को पुलिस ने एक मिनी पिकअप पर बैठाकर उन्हें इलाज के लिए सदर अस्पताल में लेकर पहुंची। सदर अस्पताल में मौजूद चिकित्सकों ने बताया कि मृतक चनेश्वर सिंह को अगर समय पर इलाज की सुविधा मिली होती तो शायद इनकी जान बच जाती।

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