कुचायकोट प्रखंड की बड़हरा पंचायत के नवनिर्वाचित मुखिया वीरेंद्र प्रसाद को उत्पाद विभाग की टीम ने गुरुवार को सेमरा स्थित उनके आवासीय परिसर से 25 बोतल शराब के साथ पकड़ लिया।मुखिया को हिरासत में लिए जाने की सूचना के बाद भारी संख्या में मुखिया के समर्थक सेमरा बाजार में पहुंचकर विरोध प्रदर्शन करने लगे। इसके बाद उत्पाद विभाग ने सभी बिंदुओं पर जांच करने के बाद नवनिर्वाचित मुखिया को छोड़ दिया।
बताया जाता है कि बीते 15 नवंबर को कुचायकोट प्रखंड में कराए गए पंचायत चुनाव में बड़हरा पंचायत से वीरेंद्र प्रसाद ने निवर्तमान मुखिया बिनोद कुमार गुप्ता को 43 मतों से पराजित किया था। अभी मुखिया ने शपथ ग्रहण भी नहीं की थी कि शराब के साथ हुई उनकी गिरफ्तारी ने सबको चौंका दिया। मूल रूप से गोपालपुर थाना क्षेत्र के सपहा गांव के रहने वाले नवनिर्वाचित मुखिया वीरेंद्र प्रसाद सेमरा में भी अपना आवास बनाए हैं, जहां शराब रखने की सूचना उत्पाद विभाग की टीम को मिली। उत्पाद विभाग की टीम ने छापेमारी कर नवनिर्वाचित मुखिया के घर के पास से 25 बोतल देसी शराब बरामद की। साथ ही वीरेंद्र प्रसाद को हिरासत में लेकर अपने साथ जिला मुख्यालय पहुंच गई। जांच की गई तो मामला कुछ और निकला।
- – नवनिर्वाचित मुखिया के आवासीय परिसर से 25 बोतल शराब की गई जब्त
- – हिरासत में पांच घंटे रखने के बाद उत्पाद विभाग ने छोड़ा
उत्पाद अधीक्षक की देखरेख में मामले की जांच
वहीं, नवनिर्वाचित मुखिया को शराब के साथ लेकर जाने की सूचना मिलने के बाद ग्रामीणों ने उग्र होकर सड़क जाम कर दी। इसके बाद उत्पाद अधीक्षक राकेश कुमार की देखरेख में पूरे मामले की जांच की गई। जांच के दौरान उत्पाद विभाग की टीम ने नवनिर्वाचित मुखिया को निर्दोष मानते हुए उन्हें छोड़ दिया। इसके बाद उत्पाद विभाग की टीम पर कई प्रकार के सवाल खड़े होने शुरू हो गए है।
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