पुलिस की टीम ने जब इस फैक्ट्री में रेड किया तो पानी की टंकी में भरकर सरसों तेल रखी गयी थी. फिलहाल फैक्ट्री को सील कर दिया गया है. बरामद तेल को सैंपल की जांच के लिए लैब भेजा गया है.
अगर आप भी रोजाना उपयोग में लाये जाने वाले सरसो तेल (Mustard Oil) की खरीदारी कर रहे हैं तो जरा सावधान हो जाएं, हो सकता है आपके खाने के तेल में भी मिलावट हो. कुछ ऐसा ही मामला बिहार से आया है जहां अवैध रूप से चल रहे नकली सरसों तेल (Duplicate Mustard Oil) की एक फैक्ट्री को प्रशासन ने सील किया है. मामला गोपालगंज जिले से जुड़ा है जहां के बरौली थाना क्षेत्र के माधोपुर बाजार में संचालित मां सरस्वती इंटरप्राइजेज नाम से चल रही इस तेल फैक्ट्री को सील किया गया है.
इस फक्ट्री से हजारों लीटर सरसों तेल बरामद किया गया है. दरअसल प्रशासन को सूचना मिली थी कि संचालक हरि सुंदर प्रसाद द्वारा फैक्टी में चावल के भूसे से तेल बना कर तीन अलग-अलग कम्पनियों के रैपर के साथ बाजारों में बेचा जा रहा है. इसके बाद छापेमारी के लिए डीएम डॉ नवल किशोर चौधरी ने सदर एसडीओ उपेंद्र पाल के नेतृत्व में टीम गठित किया. पुलिस टीम के साथ छापेमारी की गई तो फैक्टी में भारी मात्रा में तेल और रैपर बरामद किया गया. पानी की टंकी में भरकर सरसों तेल रखी गयी थी. फिलहाल फैक्ट्री को सील कर दिया गया है.
प्रशासन के मुताबिक फैक्ट्री से नंबर वन शहनाई, श्री चक्कर, सूर्या कोल्हू आदि ब्रांड के रैपर लगे एक लीटर व आधा लीटर प्लास्टिक बोतल का एक हजार से अधिक कार्टन तेल बरामद किया गया. इसके साथ पैकिंग मशीन, विभिन्न कंपनियों के रैपर भी बरामद किए गए. तेल की बोतलों पर बैच नंबर, एक्सपायरी डेट आदि नहीं लिखा है. फैक्ट्री को सील करने के बाद इस मामले में स्थानीय थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी.
डीएम डॉ नवल किशोर चौधरी ने कहा कि टैंकर से तेल मंगाकर माधोपुर में रैपर लगाकर पैकिंग की जा रही थी. सूचना मिलने के बाद छापेमारी कर फैक्ट्री को सील किया गया. डीएम ने कहा कि फूड इंस्पेक्टर को निर्देश दिया गया है कि सैंपल को जांच के लिए लैब भेजे, ताकि सरसों तेल के बारे में पता चल सके कि किस केमिकल से तेल बनाया गया है.
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