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गोपालगंज: डीजीपी ने गांव का दौरा कर मामले की तफ्तीश की

स्थानीय थाने के बेलही डीह गांव में विगत 29 मार्च को हुई रोहित की हत्या के मामले की तफ्तीश करने शनिवार को डीजीपी स्वयं गांव पहुंचे। डीजीपी गुप्तेश्वर पाण्डेय ने मामले की कई बिंदुओं पर पड़ताल की।

 

मृतक के परिजनों ,ग्रामीणों व स्थानीय मीडियाकर्मियों से बातचीत कर तथ्यों को जुटाया। 50 दिनों के बाद मामले के तूल पकड़ने व सोशल मीडिया व पोर्टलों पर तरह -तरह की भ्रामक व आधारहीन खबरें चलने के बाद वे स्वयं जांच करने के लिए पहुंचे थे। डीजीपी गुप्तेश्वर पाण्डेय ने मामले की छानबीन के बाद कहा कि रोहित की डूब जाने से मौत हुई या हत्या,इसका अनुसंधान चल रहा है। जल्द ही इसका खुलासा हो जाएगा। लेकिन,इसे पोर्टल व सोशल मीडिया में संप्रदायिक रंग देने का प्रयास किया जाना गलत है। मामले की जांच के दौरान उनके साथ गोपालगंज के एसपी मनोज कुमार तिवारी, हथुआ एसडीपीओ अशोक कुमार चौधरी, मीरगंज इंस्पेक्टर सतीश कुमार हिमांशु समेत अन्य पुलिस अधिकारी मौजूद थे। उल्लेखनीय है कि रोहित हत्याकांड की जांच सीआईडी को सौंप दी गई है। सीआईडी इसका अनुसंधान करने में जुटी है।

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डीआईजी भी कर चुके हैं जांच:

रोहित हत्याकांड में विगत कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर लगातार भ्रामक खबरें चलने के बाद बुधवार को सारण डीआईजी विजय कुमार वर्मा ने भी कई वरीय पुलिस पदाधिकारियों के साथ घटनास्थल पर पहुंच कर जांच-पड़ताल की थी।

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क्या है मामला:

बेलही डीह गांव के राजेश जायसवाल के पुत्र रोहित कुमार का शव 29 मार्च को खनुआ नदी से बरामद किया गया था। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल में भेज दिया था। बताया गया है कि 28 मार्च को रोहित चार-पांच लड़कों के साथ खनुआ नदी में स्नान करने के लिए गया था। शाम वह घर नहीं लौटा था। इस दौरन 29 मार्च को पता चला कि वह नदी में डूब गया है। परिजनों ने छह लड़कों पर हत्या करने का आरोप लगाया था।