महिला थाना में अभद्र व्यवहार से परेशान एक छात्र के आत्महत्या कर लेने के मामले में पुलिस अधीक्षक नीताशा गुड़िया ने महिला थाना की थानाध्यक्ष कुमकुम कुमारी को निलंबित कर दिया है। मृतका के परिजनों की शिकायत पर इस मामले की जांच एसडीपीओ नरेश पासवान ने की थी। जांच रिपोर्ट के आधार पर पुलिस अधीक्षक ने यह कार्रवाई की है।
मांझा थाना क्षेत्र के एक गांव की निवासी बीए प्रथम वर्ष की एक छात्र के साथ कुछ दिन पहले युवकों ने छेड़खानी की थी। रविवार को पीड़ित छात्र अपने परिजनों के साथ महिला थाना पहुंची और लिखित शिकायत दर्ज कराई। लेकिन आवेदन देने के बाद भी पुलिस ने कार्रवाई नहीं की। उल्टे छात्र के साथ अभद्र व्यवहार कर उसे फटकार लगाई गई। इससे क्षुब्ध छात्र ने सोमवार को अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। छात्र के आत्महत्या करने की जानकारी मिलने पर आसपास के लोगों ने उसके शव को एनएच 28 पर रखकर सड़क जाम कर दिया था। बाद में मौके पर पहुंची पुलिस ने परिजनों को समझा कर शांत कराने के बाद छात्र के शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया। मृतक छात्र के परिजनों के महिला थानाध्यक्ष पर आरोप लगाने के बाद सदर एसडीपीओ ने इस मामले की जांच की। पूछे जाने पर पुलिस अधीक्षक नीताशा गुड़िया ने बताया कि जांच रिपोर्ट मिलने के बाद मंगलवार को महिला थानाध्यक्ष को निलंबित कर दिया गया है। इस मामले की गहराई से जांच की जा रही है।
महिला थानाध्यक्ष ने सुलह करने के लिए बनाया था दबाव:
महिला थाना में अभद्र व्यवहार से क्षुब्ध होकर छात्र के आत्महत्या करने के बाद पुलिस अधीक्षक ने महिला थानाध्यक्ष को निलंबित कर दिया है। लेकिन छात्र के परिजन सदमे से उबर नहीं पाए हैं। छात्र के परिजनों ने बताया कि गांव के मनचले छात्र के गोपालगंज कोचिंग जाने के दौरान रास्ते मे घेर कर उसके साथ छेड़छाड़ करते थे। जिसकी शिकायत की थी। लेकिन इसके बाद भी मनचलों ने छात्र के साथ छेड़खानी करना बंद नहीं किया। जिसके बाद छात्र के परिजनों ने इसकी शिकायत महिला थाने में की। महिला थानेदार कुमकुम कुमारी शिकायत करने पर आरोपियों पर कारवाई करने की बजाय सुलह करने के लिए दबाव डालती रहीं।