शहर के बंजारी मोहल्ले से दो माह पूर्व अपने पति व बेटी को छोड़ कर फरार हुई महिला को नगर थाना पुलिस ने चेन्नई से बरामद करते हुए उसके प्रेमी को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार कर नगर थाना लाने जाने के बाद प्रेमी ने महिला को अपनी पत्नी बताया। उसने पुलिस को बताया कि सात साल पहले दोनों ने शादी की थी। इसके बाद इस महिला की परिवार के लोगों ने जबरन दूसरी जगह शादी करा दिया। शादी के बाद घुट-घुट कर जीने की जानकारी मिलने पर वह इस महिला को अपने साथ लेकर चेन्नई चला गया। एक महिला के दो पति सामने आने पर पुलिस सकते में पड़ गई है। पुलिस महिला तथा उसके प्रेमी को कोर्ट में पेश करने की तैयारी कर रही है। अब कोर्ट के फैसले से ही यह तय होगा कि पुलिस इस महिला को किसे सौंपेगी।
बताया जाता है कि नई दिल्ली निवासी एक युवती की पांच साल पूर्व शहर के बंजारी निवासी एक युवक से शादी हुई। शादी के बाद इनकी एक बेटी हुई। इसी बीच सात दिसंबर काोयह महिला अपने पति तथा बेटी को छोड़कर घर से फरार हो गई। इस मामले को लेकर इस महिला के पति ने नगर थाना में अपनी पत्नी के अपहरण कर लेने का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई। प्राथमिकी दर्ज करने के बाद पुलिस घर से फरार महिला की तलाश करने लगी। इस बीच इस केस के अनुसंधानकर्ता एएसआइ बटर राम को सूचना मिली कि घर से फरार महिला चेन्नई में रह रही है। इस सूचना पर अनुसंधानकर्ता ने पुलिस के साथ चेन्नई में छापेमारी कर महिला को बरामद करते हुए उसके प्रेमी को गिरफ्तार कर लिया। दोनों को शुक्रवार को पुलिस नगर थाना लेकर पहुंची। पूछताछ के दौरान गिरफ्तार प्रेमी चेन्नई निवासी संजीव शर्मा ने महिला को अपनी पत्नी बताया। उसने पुलिस को बताया कि वह नई दिल्ली में रहता था। वहीं पर उसका इस महिला से जान पहचान हुई। प्रेम संबंध बढ़ने पर दोनों ने सात साल पूर्व शादी कर लिया। उसने पुलिस को बताया कि इसी बीच पांच साल पूर्व इस महिला की शादी परिवार के लोगों ने जबरन दिया। शादी के बाद यह महिला घुट-घुट कर अपनी ससुराल में पति के साथ रह रही थी। इसकी जानकारी होने पर इस महिला से संपर्क कर उसे अपने साथ दिल्ली लेकर चला गया। उसके बाद चेन्नई में दोनों एक साथ रहने लगे। बरामद महिला के दो पति सामने आने के बाद पुलिस सकते में पकड़ गई है। हालांकि महिला इस बारे में कुछ नहीं बता रही है। इस संबंध नगर इंस्पेक्टर रवि कुमार ने बताया कि बरामद महिला को कोर्ट में बयान दर्ज कराया जाएगा। बयान दर्ज कराने के बाद कोर्ट का जो निर्णय होगा उसका पालन किया जाएगा।