गुरुवार की रात करीब नौ बजे तक बखरीद्दीन शाह के घर सबकुछ सामान्य था। घर पर रात का भोजन बना और सबने मिल बैठकर खाना खाया। सभी लोग खाने के बाद सोने के लिए चले गए। लेकिन होनी को कुछ और ही मंजूर था। देर रात अचानक हुए बिजली के शार्ट सर्किट के बाद सबकुछ तबाह हो गया। एक ही परिवार के सात सदस्यों तथा एक रिश्तेदार की मौत की खबर आने के बाद शुक्रवार को पूरा बखरी गांव रो पड़ा। जिस किसी ने खबर सुनी गांव में पहुंच गया और उसकी जुबान से दुख के शब्द ही निकल रहे थे।
शुक्रवार को जैसे ही बखरी गांव के बखरीद्दन शाह के घर आग लगने से हुए हादसे की खबर फैली गांव में लोगों के पहुंचने का सिलसिला प्रारंभ हो गया। सुबह के आठ बजे तक लोगों की भीड़ गांव में जमा हो गई। लोग आग लगने वाले स्थान पर जाकर स्थिति को अपनी नजर से देख लेने के लिए आतुर दिखे। इस बीच गांव में पहुंचे बखरीद्दीन के सगे संबंधी आते ही चीखने चिल्लाने लगे। रिश्तेदारों के करुण क्रंदन के आगे गांव के अन्य लोग भी आंसू को रोक नहीं पा रहे थे। लोग सगे संबंधियों को सांत्वना तो दे रहे थे। लेकिन खुद उनकी आंख भी आंसू से भीगे हुए थे। पूरे दिन गांव का माहौल कारुणिक बना रहा। इस बीच प्रखंड स्तरीय अधिकारियों के अलावा स्थानीय मुखिया तथा अन्य जनप्रतिनिधियों का आना जाना भी जारी रहा। लोग परिजन व सगे संबंधियों को सांत्वना देते दिखे।
मौके पर पहुंचे विधायक ने दी सांत्वना:
कुचायकोट के बखरी गांव में आग लगने से लोगों की मौत की खबर मिलने के बाद शुक्रवार को स्थानीय विधायक अमरेंद्र कुमार पाण्डेय उर्फ पप्पु पाण्डेय गांव में पहुंचे तथा मौके पर मौजूद परिजनों को सांत्वना दी। उन्होंने सरकार से परिवार के लोगों को हर संभव सहायता उपलब्ध कराने का भी आश्वासन दिया। विधायक ने इस घटना को दुखद बताया।