अधूरी सड़क पर जलजमाव से परेशानी झेल रहे थावे के ग्रामीणों व व्यवसायियों का गुस्सा सोमवार को फूट पड़ा. बड़ी संख्या में ग्रामीणों व व्यवसायियों ने गोपालगंज-मीरगंज मुख्यपथ एनएच-85 को थावे बस स्टैंड के समीप जाम कर आगजनी की. इस दौरान ग्रामीणों ने विधायक, सांसद व पूर्व सांसद के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की. एनएच की दोनों ओर बांस-बल्ले लगाकर जाम कर रहे प्रदर्शनकारी इतने उग्र थे कि वे किसी की सुनने को तैयार नहीं थे.
इनका आरोप था कि नौ मार्च, 2019 को एमआर-3054 योजनांतर्गत एनएच-85 थावे मोड़ से पिपराही पुल तक पथ निर्माण का शिलान्यास स्थानीय विधायक सुबास सिंह द्वारा किया गया था. शिलान्यास के बाद थोड़ी-सी मिट्टी और नहर का बालू डालकर छोड़ दिया गया. शनिवार को मॉनसून की पहली बारिश में सड़क ने नाले का रूप ले लिया है.
इससे ग्रामीणों का संपर्क बाजार से टूट गया है. एनएच-85 को करीब तीन घंटे जाम कर ग्रामीण प्रदर्शन करते रहे. जाम के कारण थावे बस स्टैंड से ईंटवा पुल और तुरकाहां तक दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गयीं. भीड़ में सिर्फ एंबुलेंस को ही जाने दिया जा रहा था. जाम के कारण थावे के जुड़े सभी संपर्क मार्ग पर आवाजाही पूरी तरह बाधित हो गयी. इस दौरान प्रदर्शनकारियों और यात्रियों के बीच कई बार तू-तू, मैं-मैं भी हुई.
जाम की सूचना पर लगभग डेढ़ घंटे विलंब से थाने के एएसआइ आशुतोष कुमार पुलिस के साथ पहुंचे. यहां प्रदर्शनकारियों ने उनकी एक नहीं सुनी. इसी बीच सड़क पर टायर जलाकर गोपालगंज की तरफ जाने वाले मार्ग को पूरी तरह से जाम कर दिया. वहीं मीरगंज की तरफ ट्रैक्टर और बांस-बल्ले लगाकर आवाजाही रोक दी.
इसी बीच ठेकेदार को भी प्रदर्शनकारियों ने घेर कर जमकर नारेबाजी की. प्रदर्शनकारियों का कहना था कि थावे बस स्टैंड से पिपराही तक कुल दो किलोमीटर सड़क का निर्माण एक करोड़ सात लाख की लागत से कराया जाना था. बस स्टैंड से ओवरब्रिज के नजदीक स्टेट बैंक तक 20 फुट चौड़ा पीसीसी बनना था.
साथ ही स्लैब के साथ दोनों तरफ नाले का निर्माण होना था. लेकिन, निर्माण बंद होने से सड़क ने नाले का रूप ले लिया है. ग्रामीणों को परेशानी झेलनी ही पड़ रही है. व्यवसाय भी प्रभावित हो रहा है. सड़क पर पैदल भी चलना मुश्किल हो गया है. बाद में थानाध्यक्ष मौके पर पहुंचे. उन्होंने ठेकेदार से बातचीत कर प्रदर्शनकारियों से एक घंटे के अंदर सड़क का काम शुरू कराने का आश्वासन दिया. इस पर प्रदर्शनकारी शांत हुए.
उन्होंने प्रदर्शन रोक जाम हटाया. प्रदर्शन करने वालों में पासपति गुप्ता, सत्यनारायण यादव, श्रीराम साह, सीताराम साह, अजय प्रसाद, नागेंद्र कुमार, मनीष कुमार, बसंत साह, संजीव कुमार, सोनू कुमार साह, कृष्णा प्रसाद, बसंत कुमार, पवन गुप्ता, सुनील कुमार, अजित कुमार, धर्म शर्मा, अनिरुद्ध गिरि, धनेश कुमार, नागेंद्र कुमार, बसंत साह, दीपक कुमार, गुड्डु कुमार, चंदन कुमार, अजय गुप्ता सहित कई ग्रामीण व व्यवसायी शामिल थे.