नवरात्र के पहले दिन पूजा के लिए मिट्टी लाने गए एक युवक को लड़कियों को छेड़खानी के आरोप में भोरे थाना के एक एएसआइ ने पीट दिया। जिससे ग्रामीण भड़क गए। आक्रोशित ग्रामीणों ने कुकुरभुंका गांव के समीप आगजनी कर भोरे-विजयीपुर पथ को जाम कर दिया। इस दौरान ग्रामीणों ने प्रदर्शन कर पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। दो घंटे तक सड़क जाम कर दिए जाने से दोनों तरफ वाहनों की कतारें लग गईं। इस बीच मौके पर पहुंची पुलिस को भी ग्रामीणों के आक्रोश का सामना करना पड़ा। हालांकि बाद में मौके पर पहुंचे बीडीओ, सीओ, थानाध्यक्ष तथा जनप्रतिनिधियों ने एएसआइ पर कार्रवाई करने का आश्वासन देकर ग्रामीणों को शांत करा दिया। 1बताया जाता है कि भोरे थाना क्षेत्र के कुकुरभुंका गांव निवासी श्यामलाल कुशवाहा का पुत्र मिथिलेश कुशवाहा बुधवार को नवरात्र की पूजा के लिए उत्क्रमित मध्य विद्यालय बिठुआं के पास पीली मिट्टी काट कर वापस अपने घर आ रहा था। इसी दौरान वह स्कूल के पीछे स्थित छठ घाट के पास बने चबूतरे पर बैठ कर आराम करने लगा। तभी स्कूल के एक शिक्षक ने भोरे थाना को स्कूल के पीछे चबूतरे पर बैठ कर एक युवक द्वारा लड़कियों को इशारे करने की सूचना दी। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे एएसआइ ने बिना कारण पूछे ही मिथिलेश कुशवाहा को पीट दिया। मामले की जानकारी ग्रामीणों को हुई वे उग्र हो गए। आक्रोशित ग्रामीणों ने भोरे-विजयीपुर मुख्य पथ पर टायर जलाकर कुकुरभुंका गांव के पास जाम कर दिया। 1ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि इससे पूर्व भी पुलिस ने गांव के चार लड़कों को पीटा था। आए दिन खेत खलिहान में जाते समय उत्क्रमित मध्य विद्यालय बिठुआं के शिक्षक किसी न किसी बात को लेकर कहासुनी करते हैं और धमकी देते हैं।
ग्रामीण युवक को पीटने वाले पर कार्रवाई करने की मांग कर रहे थे। इस बीच मौके पर पहुंची पुलिस को भी ग्रामीणों के आक्रोश का सामना करना पड़ा। बाद में मौके पर पहुंचे थानाध्यक्ष अजीत कुमार सिंह, बीडीओ पन्ना लाल, सीओ जितेंद्र कुमार सिंह, चकरवां खास पंचायत के मुखिया विजय तिवारी, कोरेयां के मुखिया सुनील कुमार राय, मझवलिया के मुखिया भूटूर राय, उप प्रमुख अभय कुमार सिंह, सरपंच रामाकांत राय, मनोज तिवारी आदि ने ग्रामीणों को समझा कर शांत करा दिया।