उचकागांव प्रखंड के बलेसरा पंचायत के पिडरा गांव में महिला मुखिया के घर पर पहुंच एक अधेड़ उम्र का व्यक्ति मुखिया को धमकी देने लगा। धमकी देने के साथ ही वह महिला मुखिया के पति व पुत्र सहित परिवार के चार सदस्यों की हुई हत्या में खुद को संलिप्त होने का दावा करने लगा। जिसकी जानकारी होने पर ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त हो गया। आक्रोशित ग्रामीणों ने महिला मुखिया को धमकी देने वाले को पकड़ कर खंभे में बांध कर उसकी जमकर पिटाई कर दी। इस बीच सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने धमकी देने वाले को हिरासत में ले लिया। हालांकि बाद में महिला मुखिया से माफी मांगने पर पुलिस ने माफीनामा भरवाकर धमकी देने वाले को छोड़ दिया।
30 मई 2018 को बलेसरा पंचायत के पिडरा गांव निवासी मुखिया महातम चौधरी, इनके पुत्र सत्येंद्र यादव सहित उनके परिवार के चार सदस्यों की घर पर चढ़ कर अपराधियों ने गोली मार कर हत्या कर दी थी। इस हत्याकांड के बाद हुए पंचायत उप चुनाव में दिवंगत महातम चौधरी की पत्नी मालती देवी बलेसरा पंचायत की मुखिया चुनी गईं। बताया जाता है कि बुधवार की सुबह मुखिया मालती देवी अपने घर पर थीं। तभी इसी पंचायत के बलेसरा गांव निवासी वीरेंद्र साह मुखिया के घर पहुंच गया तथा अपने भाई के साथ चल रहे विवाद में पंचायती करने का आरोप लगाते हुए वह महिला मुखिया को जान से मारने की धमकी देने लगा। इस दौरान मुखिया पंचायती में शामिल नहीं होने की बात कहती रहीं। लेकिन वीरेंद्र साह कुछ सुनने तो तैयार नहीं था। वह बार-बार धमकी देते हुए महिला मुखिया के पति व पुत्र सहित इनके परिवार के चार सदस्यों की हत्या करने में शामिल होने की बात कहते हुए धमकी देता रहा। इसी बीच इस बात की जानकारी ग्रामीणों को हुई। आक्रोशित ग्रामीणों ने मुखिया के घर पहुंच कर धमकी दे रह वीरेंद्र साह को पकड़कर खंभे में बांध कर उसकी जमकर पिटाई कर दिया। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने धमकी देने के आरोप में वीरेंद्र साह को हिरासत में ले लिया। हालांकि बाद में मुखिया से माफी मांगने तथा मुखिया के अनुरोध करने पर पुलिस ने माफीनाम भरवाकर वीरेंद्र साह को छोड़ दिया।
हथुआ जंक्शन के बाहर ठेला पर फल बेचता है धमकी देने वाला:
बलेसरा पंचायत की मुखिया मालती देवी को धमकी देने वाला बलेसरा गांव निवासी वीरेंद्र साह मीरगंज नगर स्थित हथुआ जंक्शन के बाहर ठेले पर फल की दुकान चलाता है। दो दिन पहले वीरेंद साह के घर के बरामदे में लगाए गए सीलिग फैन को किसी ने चुरा लिया था। पंखा चोरी होने के बाद वीरेंद्र साह अपने भाई गप्पू साह पर चोरी करने का आरोप लगाने लगा। जिसको लेकर आपस में दोनों परिवारों के बीच मारपीट भी हुई थी। जिसको लेकर बलेसरा पंचायत के सरपंच अवध चौधरी के पास पंचायती भी हुई थी लेकिन इस पंचायती में वीरेंद्र साह शामिल नहीं हुआ था। पंचायती होने की जानकारी होने पर वह काफी नाराज हुआ। इसी बीच किसी ने वीरेंद्र साह को यह जानकारी दे दी कि बलेसरा पंचायत की मुखिया मालती देवी भी इस पंचायती में शामिल हुई थीं। इस बात की जानकारी होने पर वह मुखिया के घर पहुंच गया तथा उन्हें धमकी देने लगा। जिससे आक्रोशित ग्रामीणों ने उसे खंभे मे बांध कर उसकी जमकर पिटाई कर दी।