तटबंध टूटने से विनाशकारी बाढ़ झेलने के दिन लदने वाले हैं। अब तटबंध न सिर्फ गंडक नदी में आने वाली बाढ़ से लोगों को बचाएगा, बल्कि यह दियारा के लोगों के आवागमन की समस्या को दूर कर उनकी राह भी आसान बनाएगा। अब सारण मुख्य तटबंध का पक्कीकरण कर इस पर दो लेन सड़क बनाई जाएगी। तटबंध का पक्कीकरण करने तथा इस पर दो लेन सड़क बनाने के लिए भारत सरकार के केंद्रीय राजमार्ग मंत्रालय ने अपनी सहमति दे दी है। केंद्र ये सहमति मिलने के बाद अब सारण मुख्य तटबंध को पक्कीकरण कर उस पर सड़क बनाने की कवायद भी शुरू हो गई है। सारण मुख्य तटबंध पर बैंकुठपुर के प्यारेपुर से लेकर कुचायकोट तक दो लेन सड़क बनाई जाएगी। मुख्य तटबंध पर सड़क बनाने से जिले के पांच प्रखंड के दियारा इलाके के लिए आवागमन की समस्या दूर हो जाएगी।
गंडक में आने वाली बाढ़ से सारण तथा गोपालगंज जिले के लाखों आबादी को बचाने के लिए सारण मुख्य तटबंध के साथ ही 13 जमींदारी बांध व छरकी बनाए गए हैं। इस तटबंध पर 0 किमी से 40 किमी तक पथ निर्माण विभाग बिहार सरकार ने दो लेन सड़क का निर्माण कराया है। इसके साथ ही 40 किमी से 80 किमी तक इस तटबंध पर डब्लूआरडी पक्की सड़क का निर्माण कार्य कर रहा है। लेकिन गोपालगंज जिले में 80 किमी से 152 किमी तक मुख्य सारण तटबंध की दशा काफी जर्जर है। बीते बरसात के समय सारण मुख्य तटबंध टूटने से जिले में आई विनाशकारी बाढ़ से भारी तबाही मची थी। इस बाढ़ में चार लाख से अधिक परिवार पूरी तरह से प्रभावित हुए थे। जिसे देखते हुए अब 80 किमी से लेकर 152 किमी तक सारण तटबंध का पक्कीकरण कर इस पर दो लेन सड़क बनाने की पहल की गई है। इस पहल के तहत बैकुंठपुर के प्यारेपुर से कुचायकोट तक सारण तटबंध का पक्कीरण किया जाएगा। तटबंध का पक्कीकरण करने के साथ साथ इस पर दो लोन सड़क बनने का काम भी शुरू किया जाएगा। केंद्रीय राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने सारण तटबंध दो लेन सड़क बनाने को लेकर अपनी सहमति दे दी है। केंद्रीय मंत्री से सहमति मिलने के बाद सूबे के पथ निर्माण मंत्री नंदकिशोर यादव ने भी सारण तटबंध पर दो लेन सड़क बनाने के लिए एनओसी देने का आश्वासन दे दिया है। ऐसे में यह योजना धरातल पर उतरने के बाद गंडक नदी के बाढ़ से तबाही से मुक्ति मिलने के साथ ही दियारा के लोगों के लिए आवागमन की समस्या भी दूर हो जाएगी।
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