कुचायकोट थाना क्षेत्र के बलथरी चेकपोस्ट पर तैनात होमगार्ड का जवान ट्रक रोक रहा था. ट्रकचालक ने क्रूरता दिखाते हुए जवान को कुचल दिया और भाग निकला. मौके पर होमगार्ड का जवान चिल्लाता रहा. सहयोग के लिए तड़पता रहा. मौके पर उसके साथ तैनात जवान और अधिकारी छोड़कर भाग निकले. काफी देर तक जवान तड़पता रहा. आसपास के लोगों ने मानवता का परिचय दिया और कुचायकोट अस्पताल से एंबुलेंस मंगाया. हालांकि बाद में उत्पाद विभाग के अधिकारी घायल को लेकर कुचायकोट अस्पताल पहुंचे जहां से सदर अस्पताल रेफर किया गया.
सदर अस्पताल में स्थिति नाजुक होते देख उसे गोरखपुर रेफर कर दिया गया. तमकुही के पास पहुंचते ही जवान ने दम तोड़ दिया. प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि गुरुवार की सुबह लगभग छह बजे होमगार्ड जवान शत्रुघ्न सिंह जो उत्पाद विभाग के अधीन तैनात थे, वाहनों की जांच के लिए ट्रक रोक रहे थे. उनके साथी वहां मौजूद थे. ट्रक चालक ने जवानों को देखते हुए अपनी स्पीड और बढ़ा दी. इससे शत्रुघ्न सिंह को कुचलते हुए ट्रक लेकर भागने में सफल रहा.
मौके पर चार दर्जन से ज्यादा पुलिसकर्मी और जवान मौजूद थे. हादसा होते ही अफरातफरी मच गयी सभी उसे छोड़ कर भागने लगे. आसपास के लोगों में आक्रोश व्याप्त हो गया. आक्रोशित लोगों ने जवानों को भला-बुरा भी सुनाया. बाद में इलाज के लिए ले जाने में 25 मिनट विलंब हुआ. तब तीन किमी दूर कुचायकोट अस्पताल में जाकर उसका प्राथमिक उपचार हो सका. हालांकि जवान को बचाया नहीं जा सका.
छोटे बेटे को इंजीनियर बनाने का सपना रहा अधूरा
मृतक शत्रुघ्न सिंह पिछले दो दिनों पूर्व अपने गांव मंगोलपुर से बलथरी गये थे. शत्रुघ्न सिंह की पत्नी की मौत तीन वर्ष पूर्व हो गयी है. दो बेटे हैं. इसमे बड़ा मुकेश सिंह और छोटा विकास सिंह है. बड़ा बेटा घर पर रहकर खेतीबारी करता है जबकि छोटा विकास दस वर्ष का है जो बरौली के एक निजी स्कूल के हॉस्टल में रहकर पढ़ाई करता है. बेटे को इंजीनियर बनाने का सपना शत्रुध्न सिंह का अधूरा रह गया. बेटा को इंजीनियर बनाने के लिए अपने ड्यूटी में मुस्तैद रहते थे. एक बड़ी बेटी रिंकू देवी, जिसकी शादी हो चुकी है. घर में बड़े बेटे और बहू के सिवा कोई नहीं है.
बलथरी चेक पोस्ट पर ट्रकों से सरेआम पैसा वसूला जा रहा है. यहां सक्रिय माफिया प्रशासन पर भी भारी पड़ रहे हैं. ट्रकों को जबरन रोककर उनसे दो-चार सौ रुपये लिये बिना उन्हें जाने की अनुमति नहीं मिलती. इसको लेकर कई बार ट्रक चालकों और तैनात सुरक्षा कर्मियों के बीच झड़प हो चुकी है. प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि इस करप्शन के कारण ही संभवत: जवान की भी मौत हुई. ट्रक ने जब जवान को कुचला तो उसके सभी साथी उसे छोड़ कर भाग निकले.
बता दें कि बलथरी चेक पोस्ट पर ट्रकों से अवैध वसूली प्रतिदिन पांच से सात लाख रुपये की है. पिछले ही सप्ताह पैसा नहीं देने पर एक ट्रक चालक को बेरहमी से पीटा गया था. जिले के वरीय अधिकारी इस करप्शन पर ध्यान नहीं देते हैं जिसके कारण यहां हालात दिनों दिन बिगड़ते जा रहे हैं. उत्पाद विभाग के अधीन यह बैरियर है. उत्पाद विभाग के अधीक्षक प्रियरंजन ने बताया कि इसकी जानकारी नहीं थी. अगर ऐसा है तो इस पूरे मामले में रिश्वत लेने वालों को बख्शा नहीं जायेगा.
बता दें कि बलथरी चेक पोस्ट पर ट्रकों से अवैध वसूली प्रतिदिन पांच से सात लाख रुपये की है. पिछले ही सप्ताह पैसा नहीं देने पर एक ट्रक चालक को बेरहमी से पीटा गया था. जिले के वरीय अधिकारी इस करप्शन पर ध्यान नहीं देते हैं जिसके कारण यहां हालात दिनों दिन बिगड़ते जा रहे हैं. उत्पाद विभाग के अधीन यह बैरियर है. उत्पाद विभाग के अधीक्षक प्रियरंजन ने बताया कि इसकी जानकारी नहीं थी. अगर ऐसा है तो इस पूरे मामले में रिश्वत लेने वालों को बख्शा नहीं जायेगा.
मृत जवान को एसपी ने दी सलामी
बलथरी चेक पोस्ट पर तैनात जवान को ट्रक ने रौंद दिया था. जवान की मौत की सूचना पर उनका बड़ा पुत्र मुकेश कुमार सिंह दहाड़ मारकर रोने लगा. वहीं साथी जवान सैकड़ों जवान थावे होमगार्ड परिसर में अपने मित्र की अंतिम विदाई में शामिल हुए. मृत जवान को एसपी रशीद जमां, एएसपी नीरज कुमार सिंह,होमगार्ड डीएसपी रितेश कुमार पांडेय ने अंतिम सलामी दी. सलामी के बाद मृत जवान के शव को जवानों के साथ महम्मदपुर थाना के मंगोलपुर भेजा गया.
चार लाख मुआवजा व मिलेगी अनुकंपा की नौकरी
अंतिम सलामी के बाद डीएसपी रितेश कुमार पांडेय ने बताया कि विभाग द्वारा अंत्येष्टि के लिए तत्काल सात हजार रुपये दिये गये हैं. मृतक के आश्रित को अनुकंपा के तहत नौकरी दी जायेगी. साथ ही अनुग्रह अनुदान के रूप में चार लाख रुपये दिये जायेंगे. मौके पर मुन्ना सिंह, विजय सिंह, प्रह्लाद पटेल, घनश्याम पांडेय, नारायण पासवान, रामाशीष यादव सहित सैकड़ों होमगार्ड जवान उपस्थित थे. वहीं उत्पाद अधीक्षक प्रिय रंजन ने भी इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है.