शहर के हरखुआ रेलवे ढाला के समीप शनिवार की शाम पुलिस ने देसी पिस्तौल व स्मैक के साथ तीन बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार बदमाशों में शहर के सरेया वार्ड नंबर तीन मोहल्ले का गणेश चौरसिया, महेश भगत व सीवान जिले के बड़हरिया थाने के हथीगाई गांव का बिन्देश्वरी भगत शामिल है। रविवार को नगर थाने में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में सदर एसडीपीओ नरेश पासवान ने बताया कि सीवान जिले के बड़हरिया की ओर से एक बुलेट पर सवार होकर तीन बदमाशों के हथियार व स्मैक लाने की सूचना मिली थी। सूचना मिलने के बाद शहर के हरखुआ रेलवे ढाला के समीप सब इंस्पेक्टर शशि रंजन कुमार, नेयाज अहमद व राजेश कुमरा राय समेत अन्य पुलिस बल को छापेमारी के लिए भेजा गया। छापेमारी के दौरान तीनों बदमाशों को पकड़ लिया गया। पकड़े गए गणेश चौरसिया के पास से एक देसी पिस्तौल, 17 जिंदा कारतूस, एक बुलेट व 20 पुड़िया स्मैक बरामद किया गया। वहीं बिन्देश्वरी भगत के पास से 20 जिंदा करतूस मिला। महेश भगत के पास से भी 20 पुड़िया स्मैक बरामद हुई। मामले में तीनों से पूछताछ के बाद रविवार को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
एसपी के आदेश पर कार्रवाई में मिली सफलता:
एसपी मनोज कुमार तिवारी को ही सूचना मिली थी कि शनिवार की शाम सीवान जिले के बड़हरिया की ओर से कुछ बदमाश हथियार व स्मैक की खेप लेकर गोपालगंज में आ रहे हैं। इसके बाद एसपी ने सदर एसडीपीओ को कार्रवाई करने का आदेश दिया। सदर एसडीपीओ की देखरेख में पुलिस ने छापेमारी कर तीनों बदमाशों को दबोच लिया।
दोहरे हत्याकांड का आरोपित है गणेश चौरसिया:
हथियार व स्मैक के साथ पकड़ा गया गणेश चौरसिया दोहरे हत्याकांड का भी आरोपित हैं। नगर इंस्पेक्टर प्रशांत कुमार राय ने बताया कि वर्ष 2017 में शहर के साधु चौक के समीप अजय पटेल व सहदुल्लेपुर गांव के वीरेन्द्र चौधरी की हत्या के मामले में वह आरोपित है। वह घटना के बाद से फरार चल रहा था।
साधु चौक में गणेश व महेश करते थे स्मैक का धंधा:
हथियार व स्मैक के साथ गिरफ्तार किए गए सरेया वार्ड नंबर तीन मोहल्ले के दोनों अपराधी काफी दिनों से स्मैक के धंधे से जुड़े थे। दोनों साधु चौक मोहल्ले में स्मैक बेचते थे। पहले पुलिस को स्मैक की तस्करी करने की सूचना मिली थी। लेकिन पुलिस ने जब उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की तो पता चला कि वे हथियार की भी खरीद-बिक्री करते हैं।
हथियार व स्मैक के साथ गिरफ्तार किए गए बदमाशों से पूछताछ के बाद उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। गिरोह के अन्य सदस्यों की पहचान कर उनपर भी कार्रवाई की जाएगी।
नरेश पासवान, एसडीपीओ, सदर, गोपालगंज।